तीसरी तिमाही की विनिर्माण विकास दर कम रहेगी : फिक्की
Source : business.khaskhabar.com | Nov 24, 2014 | 

नई दिल्ली। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने यहां रविवार को कहा कि मौजूदा कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में देश के विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर कम रह सकती है। चैंबर के ताजा तिमाही सर्वेक्षण के मुताबिक बेहतर खनन और विनिर्माण के कारण सितंबर में औद्योगिक उत्पादन विकास दर तीन महीने में सर्वाधिक 2.5 फीसदी रही। विनिर्माण उत्पादन विकास दर सितंबर में 2.5 फीसदी रही, जो एक साल पहले समान अवधि में 1.4 फीसदी थी। फिक्की ने कहा, "विनिर्माण क्षेत्र के लिए 2014-15 की तीसररी तिमाही में फिक्की विनिर्माण सर्वेक्षण का परिदृश्य 2014-15 की दूसरी तिमाही के मुकाबले कम आशावादी रहा, क्योंकि अधिक उत्पादन की आशा करने वालों का अनुपात घटकर 52 फीसदी रह गया, जो दूसरी तिमाही में 62 फीसदी था।" फिक्की के मुताबिक अधिकतर क्षेत्र में उत्पादन बेहतर रहने की उम्मीद है।
सर्वेक्षण के मुताबिक मांग में कोई बदलाव नहीं आया है क्योंकि ठेके के संदर्भ में 43 फीसदी अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2014-15 तिमाही में अधिक ठेके मिले हैं और गत वर्ष भी समान अवधि में इतने ही अधिकारियों ने ऎसी राय दी थी। भंडार को देखकर भी यही पता चलता है कि मांग में वृद्धि नहीं हुई है, क्योंकि 37 फीसदी अधिकारियों ने बताया कि उनके पास औसत से अधिक उत्पाद जमा हैं। सर्वेक्षण में 13 सेक्टरों के आंक़डे जुटाए जाते हैं।
इनमें शामिल हैं : कप़डे, पूंजीगत वस्तु, धातु, रसायन, सीमेंट और सेरामिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहनों के पुर्जे, चम़डे और फुटवियर, मशीनों के पुर्जे, खाद्य और तेज खपत उपभोक्ता वस्तु, टायर, कागज तथा कप़डा मशीनरी। सर्वेक्षण में छोटी और ब़डी आकार की 392 विनिर्माण कंपनियों से पूछताछ की गई, जिनका कुल सालाना कारोबार चार लाख करो़ड रूपये है।