शेयर बाजार : फेड बैठक के नतीजे, आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी निवेशकों की नजर
Source : business.khaskhabar.com | July 28, 2019 | 

मुंबई। आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती को लेकर लिए जाने वाले फैसले समेत प्रमुख घरेलू व विदेशी कारकों से भारतीय शेयर बाजार की चाल तय होगी। खासतौर देश की प्रमुख कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों से शेयर बाजार को दिशा मिलेगी। उधर, अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक मसलों के समाधान को लेकर शंघाई में होने जा रही व्यापारिक वार्ता पर भी बाजार की नजर होगी।
इस महीने के आखिर में 30 जुलाई को फेड की दो दिवसीय बैठक होने जा रही है। बाजार को उम्मीद है कि फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। लिहाजा, फेड की बैठक के नतीजों का निवेशकों को इंतजार रहेगा।
सप्ताह के दौरान मैन्युफैक्चरिंग एवं सर्विस पीएमआई के आंकड़े, ऑटो कंपनियों की बिक्री के आंकड़े और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के उत्पादन के आंकड़े और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के आंकड़े भी जारी होने वाले हैं, जिस पर निवेशकों की निगाहें होंगी।
पिछले सप्ताह शनिवार को जीएसटी परिषद ने विद्युत चालित वाहनों पर जीएसटी की दर 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी और विद्युत वाहनों के चार्जर पर जीएसटी की दर 18 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने का फैसला लिया।
बीते सप्ताह शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक द्वारा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए गए जिस पर कारोबारी सप्ताह की शुरुआत में ही बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी। वहीं, डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के नतीजे सोमवार को जारी होंगे जबकि एक्सिस बैंक, हीरोमोटोकॉर्प और टेक महिंद्रा के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे मंगलवार को आने वाले हैं। इसके बाद बुधवार को आइशर मोटर्स के वित्तीय नतीजे घोषित होंगे जबकि भारती एयरटेल गुरुवार को अपने वित्तीय नतीजे घोषित करेगी। वहीं, एचडीएफसी, आईटीसी और पावरग्रिड के वित्तीय नतीजे शुक्रवार को आने वाले हैं।
उधर, ऑटो कंपनियां जुलाई महीने में हुई बिक्री के अपने आंकड़े अगले महीने के आरंभ से ही जारी करना शुरू करेंगी। देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के उत्पादन के जून महीने के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे।
इसके अलावा, मानसून की प्रगति की रिपोर्ट, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश रुझान, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल से भी बाजार की दिशा निर्धारित होगी।
अमेरिका और चीन के वार्ताकार व्यापारिक मसलों को लेकर अगले दौर की वार्ता मंगलवार से शंघाई में शुरू करेंगे। पिछले दिनों अमेरिका और चीन के राष्ट्राध्याक्षों के बीच जापान में हुई मुलाकात के बाद पहली बार दोनों देशों के वार्ताकारों के बीच यह दो दिवसीय आमने-सामने की वार्ता होने जा रही है, जिसके नतीजे पर दुनियाभर के बाजारों की नजर होगी।
घरेलू शेयर बाजार में पिछले तीन सप्ताह से विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव में मंदी का रुझान रहने के कारण बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह के मुकाबले शुक्रवार को 454.22 अंकों यानी 1.18 फीसदी की गिरावट के साथ 37,882.79 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी बीते सप्ताह के मुकाबले 134.95 अंकों यानी 1.18 फीसदी की गिरावट के साथ 11,284.30 पर बंद हुआ।
(आईएएनएस)
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