ब्याज दरों में बदलाव नहीं, सस्ते मकान-कार के लिए करना होगा इंतजार
Source : business.khaskhabar.com | Feb 02, 2016 | 

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के दौरान ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। आरबीआई की मौजूदा वित्तीय वर्ष की छठी मौद्रिक समीक्षा नीति में रेपो दर और रिवर्स रेपो दरों में बदलाव नहीं हुआ। इससे यह तो साफ हो गया है कि अभी सस्ते मकान और कार के लिए इंतजार करना पडेगा।
आरबीआई ने अनुमानों के अनुरूप रेपो रेट को 6.75 फीसदी और सीआरआर को 4 फीसदी पर बनाए रखने का फैसला किया है। देश में बढते महंगाई बढ़ने के दबाव के साथ-साथ 29 फरवरी को पेश होने वाले बजट पर भी आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन की नजर है। दिसंबर के आंकडों के मुताबिक थोक महंगाई दर -0.73 फीसदी और रिटेल महंगाई दर 5.51 फीसदी रही। ऎसे में अब माना जा रहा है कि बजट 2016-17 के बाद ही रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती करेगा।
2016 की यह पहली क्रेडिट पॉलिसी है। राजन ने समीक्षा जारी करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक खुदरा महंगाई के पांच फीसदी पर रहने का अनुमान है। हालांकि, उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने पिछली समीक्षा में महंगाई बढने की आशंका जतायी थी और उसी के अनुरूप महंगाई का रूख देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पांचवी द्विमासिक समीक्षा के बाद से वैश्विक विकास में सुस्ती आयी है और उभरते हुए बाजारों में मंदी का रूख बना हुआ है। हालांकि, अवस्फीति का खतरा कम हुआ है। विश्व व्यापार में भी नरमी जारी है और इसकी वजह से कमोडिटी की कीमतें नये निचले स्तर पर आ गयी हैं। उन्होंने कहा कि उभरते हुए बाजारों से कमोडिटी निर्यात भी प्रभावित हुआ है और मुद्रा में गिरावट तथा सुस्त निर्यात के बीच महंगाई दर बनी हुई है।