"बैंकों मे जरूरत के हिसाब से तबादला करें"
Source : business.khaskhabar.com | Sep 24, 2014 | 

मुंबई। रिजर्व बैंक की एक समिति ने सुझाव दिया है कि बैंकों को नेतृत्व की जरूरत के हिसाब से ही आवश्यकतानुसार तबादला करना चाहिए केवल नियमों की वजह से ऎसा करने से बचना चाहिए। "कैपिसिटी बिल्डिंग इन बैंक्स एंड नान-बैंक्स" पर गठित समिति ने कहा है, बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में स्थानांतरण यांत्रिक तरीके से नहीं होना चाहिए बल्कि यह निर्धारित मानदंड के तहत होना चाहिए। समिति के अनुसार, तबादला नेतृत्व जैसी महत्वपूर्ण जरूरत के आधार पर और ऎसे पद पर जहां काफी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। जरूरत के आधार स्थानांतरण नीति अपनायी जानी चाहिए। उसके अनुसार बैंकों को केवल पहले से तय नियमों के आधार पर तबादले से बचना चाहिए। रिजर्व बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक जी गोपालकृष्णन की अध्यक्षता वाली 10 सदस्यीय समिति ने कहा है कि बैंकों को तीन या चार स्तर के अधिकारियों की विशेषज्ञता की अनुमति देनी चाहिए ताकि समकालीन बैंकिंग की जरूरतों को पूरा किया जा सके। अन्य बातों के अलावा रिपोर्ट में बैंकों में नेतृत्व के विकास, जानकारी के फैलाव तथा उसे साझा किए जाने के लिए मुख्य शिक्षण अधिकारी (चीफ लनिंüग आफिसर) का पद सृजित किए जाने की भी सिफारिश की गई है। रिपोर्ट में प्रवेश स्तर के कर्मचारियों के लिए कौशल विकास, प्रशिक्षण या परामर्श प्रक्रिया के लिए छह स्तरीय रणनीति की सिफारिश की गई है। साथ ही बैंकों में मानव संसाधन प्रबंधन के मामले में शीर्ष प्रबंधन स्तर पर प्रशिक्षण तथा निगरानी का भी सुझाव दिया गया है। इसके अलावा इसमें प्रवेश स्तर के कर्मचारियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर "कॉमन बैंकिंग एप्टीट्यूड टेस्ट" कराए जाने का भी सुझाव दिया गया है। रिपोर्ट में नेतृत्व विकास के लिए स्वतंत्र संस्थान के रूप में या सेंटर फार एडवांस्ड फाइनेंशियल रिसर्च एंड लनिंüग (सीएएफआरएएल) के अंतर्गत उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किए जाने की भी सिफारिश की गई है। रिपोर्ट पर 31 अक्टूबर 2014 या इससे पहले सुझाव मांगा गया है।