businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

लाल निशान पर खुला भारतीय शेयर बाजार, निफ्टी 22,900 स्तर से नीचे

Source : business.khaskhabar.com | Feb 20, 2025 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 indian stock market opened in red nifty below 22900 level 704079मुंबई । मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच गुरुवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक गिरावट के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में ऑटो, फार्मा और एफएमसीजी सेक्टरों में बिकवाली देखी गई।

सुबह करीब 9.37 बजे सेंसेक्स 219.70 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,719.48 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 45.75 अंक या 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,887.15 पर था।

निफ्टी बैंक 270.85 अंक या 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,299.25 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 266.60 अंक या 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,260.65 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 59.95 अंक या 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,465.95 पर था।

बाजार पर नजर रखने वालों के अनुसार, नकारात्मक शुरुआत के बाद, निफ्टी को 22,850 पर सपोर्ट मिल सकता है, इससे पहले 22,800 और 22,700 पर सपोर्ट मिल सकता है। ऊपरी स्तर पर 23,000 तत्काल प्रतिरोध हो सकता है।

चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव विश्लेषक हार्दिक मटालिया ने कहा, " वर्तमान में चल रही अस्थिरता को देखते हुए, व्यापारियों को सावधानी बरतने, सख्त स्टॉप-लॉस रणनीति लागू करने और ओवरनाइट पोजीशन रखने से बचने की सलाह दी जाती है।"

इस बीच, सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, आईटीसी, मारुति, जोमैटो, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी, भारती एयरटेल, सन फार्मा, टाटा मोटर्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर टॉप लूजर्स रहे। जबकि, इंफोसिस, अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, पावर ग्रिड और आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स रहे।

अमेरिकी बाजारों में पिछले कारोबारी सत्र में, डाउ जोंस 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 44,627.59 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.24 प्रतिशत चढ़कर 6,144.15 पर और नैस्डैक 0.07 प्रतिशत चढ़कर 20,056.25 पर बंद हुआ।

एशियाई बाजारों में, सोल, चीन, बैंकॉक, जापान, जकार्ता और हांगकांग लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।

विशेषज्ञों ने कहा कि फेडरल रिजर्व की जनवरी की मिनट मीटिंग में आक्रामक कमेंट्स के बाद सोने और चांदी में मामूली मुनाफावसूली देखी गई।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट कमोडिटीज राहुल कलंत्री ने कहा, "अमेरिकी फेड ने पाया कि मुद्रास्फीति अभी भी ऊंची बनी हुई है और दरों में कटौती पर विचार करने से पहले आगे के आर्थिक आंकड़ों की आवश्यकता पर जोर दिया। परिणामस्वरूप, डॉलर सूचकांक और यूएस बॉन्ड यील्ड में वृद्धि हुई, जिससे सोने और चांदी की कीमतों पर दबाव पड़ा।"

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 19 फरवरी को 1,881.30 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) शुद्ध खरीदार बने रहे, जिन्होंने उसी दिन 1,957.74 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।

--आईएएनएस

 

[@ लहसुन में समाए हैं सेहत के राज... ]


[@ Pics: जब "बुलेटरानी" बनकर आई दुल्हन और...]


[@ म्यांमार में खाते हैं खाना और सोते हैं भारत में!]