डीएचएल एक्सप्रेस ने ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी सर्वे 2024 किया लॉन्च : भारतीय एसएमई के लिए व्यावसायिक सफलता का नया मंत्र
Source : business.khaskhabar.com | Dec 05, 2024 | 
जयपुर। डीएचएल एक्सप्रेस ने ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी सर्वे 2024 लॉन्च
किया है।डीएचएल के हालिया वैश्विक सर्वेक्षण ने एक महत्वपूर्ण पहलू को
रेखांकित किया है—सस्टेनेबिलिटी अब छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई)
के लिए सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि व्यावसायिक सफलता का अनिवार्य हिस्सा
बन गया है। सर्वेक्षण, जिसमें 11 वैश्विक बाजारों के 5,000 एसएमई
निर्णय-निर्माताओं ने भाग लिया, यह बताता है कि सस्टेनेबिलिटी अपनाने वाले
व्यवसाय न केवल अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को साकार कर रहे हैं, बल्कि
प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी हासिल कर रहे हैं।
भारतीय एसएमई : सस्टेनेबिलिटी की दिशा में अग्रणीभारत
में, 95% एसएमई ने सस्टेनेबिलिटी को "बहुत महत्वपूर्ण" या "बेहद
महत्वपूर्ण" बताया, जो कि वैश्विक औसत 75% से काफी अधिक है। इसका अर्थ है
कि भारतीय उद्यम, विशेष रूप से, सस्टेनेबिलिटी को अपनी दीर्घकालिक रणनीति
और ब्रांड निर्माण के लिए एक प्रमुख उपकरण के रूप में देख रहे हैं।
डीएचएल
एक्सप्रेस के दक्षिण एशिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आरएस सुब्रमण्यन, ने इस
प्रवृत्ति को रेखांकित करते हुए कहा, "भारतीय एसएमई ने सस्टेनेबिलिटी को
विकास, ग्राहक आकर्षण और निवेश की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण घटक के रूप
में स्वीकार किया है।"
उन्होंने आगे बताया कि भारत में 51% एसएमई
ग्राहकों की ओर से सस्टेनेबल शिपिंग के लिए अधिक भुगतान की संभावना को
पहचानते हैं, जबकि वैश्विक औसत केवल 23% है।
विभिन्न क्षेत्रों में सस्टेनेबिलिटी की पहल :
वित्तीय सेवाओं और फैशन उद्योग जैसे क्षेत्र सस्टेनेबिलिटी को अपने
परिचालन बजट में प्रमुखता से शामिल कर रहे हैं। सर्वेक्षण के अनुसार,
भारतीय एसएमई, विशेष रूप से, सस्टेनेबल डिलीवरी विकल्पों को अपनी
व्यावसायिक रणनीतियों का महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहे हैं।
डीएचएल
एक्सप्रेस के कार्यकारी उपाध्यक्ष मिशेल ग्रीवेन के अनुसार, "सस्टेनेबिलिटी
के लिए रणनीति विकसित करना जटिल हो सकता है, लेकिन एक मजबूत साझेदारी और
स्पष्ट दिशा के साथ, एसएमई इसे व्यवहार्य और लाभदायक बना सकते हैं।"
चुनौतियाँ
और अवसर : हालाँकि, सस्टेनेबिलिटी को अपनाने में कई चुनौतियाँ भी हैं,
जैसे आंतरिक और ग्राहक सहमति सुनिश्चित करना। डीएचएल एक्सप्रेस का शोध यह
बताता है कि एसएमई के लिए यह एक बदलाव का समय है, जहाँ उन्हें स्थायी
प्रथाओं को अपनाने के लिए आंतरिक टीम और ग्राहकों को समान रूप से प्रेरित
करना होगा।
डीएचएल की ईबुक : एसएमई के लिए मार्गदर्शिकाइस
अवसर पर, डीएचएल ने एक निःशुल्क ईबुक “सस्टेनेबिलिटी की आवश्यकता” लॉन्च
की, जो एसएमई को बदलते व्यावसायिक परिवेश में स्थायी प्रथाओं को अपनाने के
लाभों और चुनौतियों के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करती है।
सस्टेनेबिलिटी से सफलता की ओरसर्वेक्षण
के निष्कर्ष बताते हैं कि सस्टेनेबिलिटी को अपनाने वाले एसएमई तेजी से बढ़
रहे हैं और एक सकारात्मक बदलाव की ओर अग्रसर हैं। भारतीय व्यवसाय इस बदलाव
में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, जो उन्हें वैश्विक बाजार में एक नई पहचान
दिला सकता है।
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