नोटबंदी के बावजूद गेहूं और दलहन की बुवाई का रकबा बढा
Source : business.khaskhabar.com | Dec 10, 2016 | 

नई दिल्ली। बेहतर मानसून और अधिक समर्थन मूल्य दिये जाने के कारण चालू रबी के सत्र में अभी तक गेहूं फसल की बुवाई का रकबा 11.5 प्रतिशत बढकर 225.63 लाख हेक्टेयर हो गया जबकि दलहन बुवाई का रकबा 10 प्रतिशत बढकर 121.74 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि, धान और मोटे अनाजों की बुवाई का रकबा पिछले साल के मुकाबले कहीं कम है। एक सरकारी बयान में कहा गया है, राज्यों से प्राप्त प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार नौ दिसंबर, 2016 तक रबी फसलों की बुवाई का कुल रकबा 472.43 लाख हेक्टेयर था जो वर्ष 2015 की समान अवधि में 438.90 लाख हेक्टेयर था।
चालू रबी सत्र में अभी तक गेहूं की बुवाई 225.63 लाख हेक्टेयर में की गई है जो पूर्व वर्ष की समान अवधि में 202.28 लाख हेक्टेयर में की गई थी। दलहन बुवाई का रकबा 121.74 लाख हेक्टेयर है जो पूर्व वर्ष की इसी अवधि में 110.80 लाख हेक्टेयर थी। तिलहनों की बुवाई इस बार 72.23 लाख हेक्टेयर में की गई है जो रकबा पिछले साल 65.71 लाख हेक्टेयर था।
धान बुवाई का रकबा हालांकि घटकर अभी तक आठ लाख हेक्टेयर रह गया जो पहले 10.98 लाख हेक्टेयर था। मोटे अनाजों रकबा भी पहले के 49.13 लाख हेक्टेयर से घटकर 44.83 लाख हेक्टेयर रह गया है। सरकार के कुछ नोटों को चलन से बाहर करने के कदम के बावजूद गेहूं और दलहनों की बुवाई के रकबे में अभी तक बढोतरी हुई है क्योंकि सरकार ने बीजों की खरीद करने के लिए 500 रुपये के नोट को चलाने की अनुमति दी है।