दूरसंचार कंपनियां बिना किसी बाधा के कॉल ड्रॉप से निपटें : रविशंकर प्रसाद
Source : business.khaskhabar.com | Jun 15, 2015 | 

नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कॉल बीच में ही कटने (कॉल ड्राप) के मुद्दे पर दूरसंचार कंपनियों को खरी-खरी सुनाई है। दूरसंचार मंत्री ने इन कंपनियों से कहा कि वे अतिरिक्त प्रयासों से अपनी प्रणाली को मजबूत करें क्योंकि उनके पास बिना किसी बाधा के दूरसंचार सेवाएं देने के लिए पर्याप्त स्पेक्ट्रम है। प्रसाद ने बताया कि उन्होंने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से इस समस्या से निपटने के लिए हतोत्साहित करने वाली व्यवस्था बनाने को कहा है।
हालांकि, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या किसी प्रकार का वित्तीय हतोत्साहन होगा। प्रसाद ने कहा, "मैं यह कहना चाहता हूं कि मंत्री के रूप में, मैं चाहूंगा कि सभी दूरसंचार कंपनियां अपनी प्रणाली को दुरस्त करें, जिससे कॉल ड्रॉप से बचा जा सके और वे अपना परिचालन बेहतर तरीके से चला सकें। जब हम एक कदम आगे बढने को तैयार हैं, तो उन्हें भी एक कदम आगे बढना चाहिए।" सरकार ने मार्च में नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम की अभी तक की सबसे ऊंची मात्रा पेश की थी। इसमें से कुछ स्पेक्ट्रम बिक नहीं पाया।
प्रसाद ने कहा कि ऎसे मे आपरेटरों की यह दलील कि पर्याप्त मात्रा में स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं है, उचित नहीं बैठती। दूरसंचार मंत्री ने कहा कि मैं इस दलील से सहमत नहीं हूं कि पर्याप्त स्पेक्ट्रम नहीं है। चाहे बीएसएनएल हो या अन्य कंपनी, कॉल ड्रॉप के मुद्दे को उन्हें ही सुलझाना है, क्योंकि उपभोक्ता कॉल बीच में कटने से खुश नहीं होते। मुझे खुशी होगी यदि आपरेटर इस समस्या का हल जल्द से जल्द करें। दूरसंचार मंत्री ने कहा कि सरकार दूरसंचार क्षेत्र की समस्याओं को आगे बढकर हल करने को तैयार है, लेकिन उद्योग को भी अपनी सेवाओं में सुधार करना होगा।
क्षेत्र के लिए संशोधित विलय एवं अधिग्रहण दिशानिर्देशों के बारे में मंत्री ने कहा कि दूरसंचार विभाग सभी भागीदारों के साथ बैठक कर रहा है और इस बारे में सिफारिशें तय होने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। प्रसाद ने कहा, "दूरसंचार सचिव की अगुवाई वाली एक समिति इस पर काम कर रही है। उनकी अंशधारकों के साथ कई बैठकें हुई हैं। उन्हें अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप देने दीजिए, उसके बाद हम अंतिम फैसला करेंगे।"
दूरसंचार मंत्री ने आपरेटरों की मोबाइल टावर लगाने की चिंताओं पर कहा कि कॉल ड्रॉप के आरोप और टावर स्थापित करने के खिलाफ अभियान साथ साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा, "मैं पहले भी सार्वजनिक रूप से इस पर बोल चुका हूं। मैं फिर दोहराना चाहता हूं कि इसके नुकसानदेह प्रभाव का कोई पुष्ट प्रमाण नहीं है। ऎसे में कॉल ड्रॉप के आरोप व टावर लगाने के खिलाफ अभियान साथ-साथ नहीं चल सकते।" प्रसाद ने 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के बारे में कहा कि एक बार इस बैंड में रेडियो तरंगे खाली होने के बाद नीलामी की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।