दक्षिण कोरियाई कंपनियों से देश में निवेश का आग्रह
Source : business.khaskhabar.com | May 09, 2015 | 

नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को दक्षिण कोरियाई कंपनियों से देश में विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) इकाई स्थापित करने का आग्रह किया। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के सचिव अमिताभ कांत ने यहां एक व्यापारिक सम्मेलन में कहा, ""कोरियाई कंपनियों का भविष्य कोरिया में नहीं, बल्कि भारत में है। चाहे वह घरेलू बाजार के लिए विनिर्माण का हो या निर्यात के लिए विनिर्माण का हो, यह (कोरियाई कंपनियों का भविष्य) यहां है।""
सम्मेलन का आयोजन फेडरेशन ऑफ इंडिचन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की), कोरिया इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन (केआईटीए) और कोरियन चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडिया ने मिलकर किया। कांत ने ह्युंडई मोटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सियो बो शिन की ओर देखते हुए कहा, ""यदि आप अपना दूसरा संयंत्र अभी स्थापित नहीं करते हैं, तो अपको बात में पछतावा होगा।"" उन्होंने आगे कहा कि अगले तीन से चार साल में दुनिया भर से छोटी और ब़डी कंपनियां भारत में कारोबार शुरू कर देंगी और तब तक काफी देरी हो चुकी होगी।
कांत ने कहा, ""हम कोरिया की छोटी और मझोली कंपनियों के लिए "प्लग एंड प्ले" सुविधा शुरू कर सकते हैं।"" यहां कोरियाई दूतावास में परामर्श (आर्थिक) मंत्री जेहक जंग ने कहा कि कोरिया राजस्थान में एक औद्योगिक पार्क स्थापित कर रहा है और उनका देश भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार बन सकता है। भारत और दक्षिण कोरिया का आपसी व्यापार अभी करीब 17 अरब डॉलर का है। 400 से अधिक कोरियाई कंपनियां अभी भारत में व्यापार कर रही हैं, जिन्होंने कुल तीन अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया हुआ है।