businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

चीनी कारोबारी जुडेंगे पेटीएम से

Source : business.khaskhabar.com | Jun 11, 2015 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 Chinese business man will join paytm Soonबीजिंग। चीनी ई-कॉमर्स खिलाडी अलीबाबा की हिस्सेदारी वाली भारतीय मोबाइल कॉमर्स (एम-कॉमर्स) कंपनी पेटीएम के साथ जल्द ही चीन के करीब 10 लाख कारोबारी या कारोबारी इकाइयां जुडऩे वाली हैं। इतना ही नहीं सामान का भंडारण करने वाली करीब 10 करो़ड इकाइयां (एसकेयू) भी जुलाई और अगस्त में उसके प्लेटफॉर्म पर आ जाएंगी। पेटीएम ने रिटेल बिक्री का कारोबार पिछले साल शुरू किया था और अब वह भारत में भी अपने साथ कारोबारियों की संख्या बढ़ाना चाहती है। पेटीएम के संस्थापक और सीएमडी विजय शेखर शर्मा कहते हैं, "अलीबाबा के साथ सौदे के तहत हमें चीन से करीब 10 लाख विक्रेता हासिल होंगे और 10 करोड से अधिक एसकेयू भी हमारे पास आ जाएंगी।

लेकिन हम चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने भारतीय विक्रेताओं की संख्या मौजूदा 40,000 से बढाकर 1 लाख करने के लिए भी जुटेंगे।" कंपनी में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए अलीबाबा की वित्तीय इकाई ऎंट फाइनैंशियल ने 50 करोड डॉलर निवेश किया है। शर्मा ने कहा कि उन्हें स्त्रैपडील या फ्लिपकार्ट से टक्कर मिलने की ज्यादा फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा, "हम असल में मोबाइल से भुगतान की सुविधा मुहैया कराने वाले प्लेटफॉर्म हैं और सामान की खरीदारी हमारे ग्राहकों के लिए अतिरिक्त सुविधा है। हमारी कमाई का ब़डा जरिया तो मोबाइल से होने वाले भुगतान ही रहेंगे।"

एम-कॉमर्स के बाजार में पेटीएम तेजी से आगे बढ रहा है। मार्केट प्लेस मॉडल के साथ एम-कॉमर्स मैदान में वह पहले ही 160 करोड डॉलर की ग्रॉस मकंüडाइज वैल्यू (बिके हुए सामान की कुल कीमत) हासिल कर चुकी है। इस साल के अंत तक उसे जीएमवी 400 करोड डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। शर्मा ने कहा, "दूसरी कपंनियों की तरह हमारे पास सहयोगी कंपनियां नहीं हैं, जो सामान पहुंचाने का काम करती हों। हम वास्तव में मार्केट प्लेस मुहैया करा रहे हैं, जहां हम विक्रेता की ओर से केवल ऑर्डर लेते हैं और सामान पहुंचाने का जिम्मा विक्रेता का होता है।" पेटीएम का दावा है कि केवल एक महीने में ही 10,000 विक्रेताओं ने वस्तुओं की बिक्री और आपूर्ति की। कंपनी ने कहा कि इसे प्राप्त होने वाले 95 प्रतिशत ऑर्डर फैशन, होम फर्निशिंग एवं इससे जु़डी चीजें आदि खंडों से आते हैं, जो जीएमवी में 60 प्रतिशत योगदान देते हैं।

इन पर पेटीएम को 7-8 प्रशितत मार्जिन मिलता है और प्रत्येक ऑर्डर इससे 2-2.5 प्रतिशत अधिक मार्जिन पर बिकता है। शर्मा को यह बात स्वीकार करने से परहेज नहीं है कि पेटीएम की भारत में रणनीति अलीबाबा की चीन में अलीपे की तरह ही है। कंपनी में जैक मा ने 50 करोड डॉलर निवेश किया है। यह पूछे जाने पर कि इस निवेश से कितना फर्क प़डा है तो शर्मा ने कहा कि अधिक अंतर नहीं आया है। शर्मा ने कहा, "जब उन्होंने हमारा कारोबार देखा तो उन्होंने पाया कि हमारा कारोबार उन्हीं की तरह है। लेकिन प्लेटफॉर्म से शॉपिंग को जोडऩे की पहल हमारी तरफ से हुई थी।"

कंपनी जहां मोबाइल कॉमर्स प्लेटफॉर्म को आगे बढ़ा रही है वहीं यह बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त करने के प्रति भी उतनी ही गंभीर है। कंपनी ने पेमेंट बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा, भुगतान पर हमारी नजर बनी रहेगी।