भारत में बने दो हजार इंपोर्ट बैचों को अमेरिका में नहीं मिला प्रवेश
Source : business.khaskhabar.com | Jun 13, 2015 | 

कोलकाता/मुंबई। भले ही मैगी विवाद के बाद भारत में खाद्य सुरक्षा को लेकर ज्यादा चौकसी बरती जाने लगी है लेकिन अमेरिका इस मामले में बहुत पहले से ही सावधान है। पिछले एक साल में अमेरिका के फूड एंड ड्रग रेग्युलेटर ने भारत में बने उत्पादों के 2,100 इंपोर्ट बैचों को रद्द किया है। इन बैचों में खाने-पीने की वस्तुओं से लेकर निजी रखरखाव और स्वास्थ्य से जुडीं सामग्री थीं।
अमेरिकी ड्रग रेग्युलेटर द्वारा रद्द किए गए उत्पाद हिन्दुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटानिया, नेस्ले इंडिया, हल्दीराम, हेन्ज इंडिया और एमटीआर फूड्स समेत कई बडी कंपनियों के थे। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) ने अपनी वेबसाइट पर जो आंकडे डाले हैं, उनमें उत्पादों को रद्द किए जाने के कई कारण बताए गए हैं। इन कारणों में लेबलिंग के छोटे मामले से लेकर उत्पादों का अस्वस्थ दशा में तैयार किया जाना और अनुमति सीमा से ज्यादा कीटनाश्क मिलाया जाना शामिल है। इस बारे में अधिकतर भारतीय कंपनियों ने अपना बचाव किया है। कंपनियों का कहना है कि जिन प्लांट्स में इन सामग्रियों को तैयार किया गया है, वहां अमेरिकी मार्केट के लिए मैन्युफैक्चरिंग नहीं होती है। कुछ मामलों में तो कंपनियों का कहना है कि उनको पता भी नहीं था कि इन बैचों को अमेरिका में प्रवेश से मना कर दिया गया है।
अधिकतर कंपनियों ने यही कहा कि अमेरिकी मार्केट में सामान की शिपिंग थर्ड पार्टी इंपोर्टर्स ने की थी। दूसरी तरफ, यूएसएफडीए ने भी भारत में तैयार और थर्ड पार्टी इंपोर्टर्स से अमेरिका में रिटेलरों द्वारा बेचे जा रहे मैगी नूडल्स के नमूनों का परीक्षण शुरू कर दिया है। जनवरी में इसने नेस्ले की मोगा फैक्ट्री में तैयारी हुई इंस्टैंट नूडल्स को इस आधार पर रद्द कर दिया था कि पैकेजिंग लेबल पर सभी इन्ग्रीडियेंट (जिन चीजों को मिलाकर प्रॉडक्ट तैयार किया जाता है) के बारे में उल्लेख नहीं किया गया था।