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Market News
वित्त वर्ष 2026 में भारत के माइक्रो-फाइनेंस सेक्टर में 12 से 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
भारत में माइक्रो-फाइनेंस सेक्टर (एमएफआई) में वित्त वर्ष 2026 में 12 से 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। इसके साथ ही यह वित्त वर्ष 2024 के स्तर पर वापस आ जाएगा...
भारत-पाकिस्तान तनाव : इतिहास में शेयर बाजार का प्रदर्शन, कब आई रिकवरी?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते निवेशक सतर्क बने हुए हैं और मौजूदा समय में शेयर बाजार में कारोबार करने से बच रहे हैं...
मार्केट आउटलुक : तिमाही नतीजे, ऑटो सेल्स और आर्थिक आंकड़ों से तय होगा बाजार का रुझान
अगले हफ्ते 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर शेयर बाजार में अवकाश रहेगा। मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर, पुनीत सिंघानिया के मुताबिक, लगातार दूसरे हफ्ते निफ्टी सकारात्मक बंद हुआ है। अच्छी बात यह है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मुख्य सूचकांक 24,000 से ऊपर की क्लोजिंग देने में कामयाब रहा है।
NSE पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिजनों को आर्थिक सहायता देगा
एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ आशीषकुमार चौहान ने कहा, यह हमारे देश के लिए सामूहिक शोक का क्षण है। हमारी प्रार्थनाएं और भावनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हम इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े हैं और हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एनएसई इस दुःख और संकट के समय देश के साथ खड़ा है।
वैश्विक व्यापार युद्ध की अनिश्चितताओं के बीच भी भारत के इक्विटी बाजार मजबूत : रिपोर्ट
रिपोर्ट में बताया गया है, "उच्च जोखिम कारकों के प्रसार की संभावना लगभग खत्म हो गई है, यह एक ऐसा बिंदु है, जिससे ऐतिहासिक रूप से बाजार एक रिकवरी फेज में प्रवेश कर गए हैं। हाल के महीनों में, क्वालिटी फैक्टर नीचे चला गया और अब हम मूल्य की ओर वापस आने के शुरुआती संकेत देख रहे हैं।"
वैश्विक व्यापार युद्ध की अनिश्चितताओं के बीच भी भारत के इक्विटी बाजार मजबूत : रिपोर्ट
वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के इक्विटी बाजार ने मजबूती का प्रदर्शन किया और दुनिया भर में ट्रेड-टैरिफ के चलते आए बदलावों के बीच अच्छी स्थिति बरकरार रखी...
मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार
मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में ऑटो, मेटल और रियलिटी सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
ऑल-टाइम हाई पर सोना, पहली बार 1,00,000 रुपये पहुंची कीमत
भारतीय शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स ने लगाई जबरदस्त छलांग
सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच सोमवार को घरेलू बेंचमार्क हरे निशान में खुले। शुरुआती कारोबार में आईटी, पीएसयू बैंक और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में खरीदारी देखी गई।
देश की शीर्ष 10 कंपनियों का मार्केट वैल्यूएशन 3 लाख करोड़ से अधिक बढ़ा, एचडीएफसी बैंक शीर्ष पर रहा
एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 76,483.95 करोड़ रुपये बढ़कर 14,58,934.32 करोड़ रुपये हो गया है। भारती एयरटेल के मार्केट वैल्यूएशन में 75,210.77 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे कंपनी का मार्केटकैप 10,77,241.74 करोड़ रुपये हो गया है। आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 67,597 करोड़ रुपये बढ़कर 10,01,948.86 करोड़ रुपये हो गया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मार्केटकैप 38,420.49 करोड़ रुपये बढ़कर 7,11,381.46 करोड़ रुपये हो गया है।
निजी बैंकों के दमदार नतीजों के बाद 'निफ्टी बैंक' पर होगा निवेशकों का फोकस: एनालिस्ट
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़कर 12,630 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा, जनवरी-मार्च तिमाही में यस बैंक का प्रदर्शन भी मजबूत रहा है। बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 63.7 प्रतिशत बढ़कर 738.12 करोड़ रुपये हो गया है। बाजार के जानकारों के अनुसार, बैंक निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक मजबूत बुलिश कैंडल बनाई है, जिसका उच्च स्तर 54,407.20 है जो अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से सिर्फ 60 अंक दूर है। पिछले सात कारोबारी सत्रों में, इंडेक्स ने 10.68 प्रतिशत की मजबूत बढ़त हासिल की है, जो अपने हालिया स्विंग लो से 5,250 अंक से अधिक की तेजी है।
भारतीय शेयर बाजार में तूफानी तेजी, सेंसेक्स 1,508 अंक चढ़कर बंद
भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को बड़ी तेजी के साथ बंद हुआ। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,508 अंक या 1.96 प्रतिशत की तेजी के साथ 78,553 और निफ्टी 414 अंक या 1.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,851 पर था।
कैरियर माइडिया इंडिया ने पैन-इंडिया स्टार रश्मिका मंदाना को माइडिया एचवीएसी का ब्राण्ड अम्बेसडर बनाया
भारतीय एयर कंडीशनिंग उद्योग में जाने-माने नाम कैरियर माइडिया इंडिया ने एचवीएसी कैटेगरी में अपने माइडिया ब्राण्ड के लिए अभिनेत्री रश्मिका मंदाना को ब्राण्ड अम्बेसडर नियुक्त...
सकारात्मक वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला
सकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। सुबह 9:48 पर सेंसेक्स 1,573 अंक या 2.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,733 और निफ्टी 482 अंक या 2.12 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,311 पर था।
अगले 12 महीने में 25,500 के पार पहुंच सकता है निफ्टी, एफएमसीजी और डिफेंस सेक्टर करेंगे लीड
वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच निफ्टी अगले 12 महीने में 25,521 के स्तर को छू सकता है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
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जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
डा. रत्नेश लाल आईडीएसए के चेयरमैन, अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित
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