हमें चीन से प्रतिस्पर्धा करने की बजाय प्रेरणा लेनी चाहिए: राजन
Source : business.khaskhabar.com | Jun 23, 2016 |
बेंगलुरु। आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने प्रतिद्वंद्वी देश चीन को लेकर अहम
टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि हमें चीन से प्रतिस्पर्धा करने के बजाय
उससे ‘प्रेरणा’ लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत 10 से 15
साल बाद उस मुकाम पर पहुंच जाएगा, जहां आज चीन खड़ा है।
राजन ने यहां
एसोचैम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं मानता हूं कि हमें
चीन को प्रेरणा के तौर पर देखना चाहिए। चीन से हम यह सबक सीख सकते हैं कि
कैसे कोई देश तीन दशकों में तरक्की कर सकता है, यदि उसका इस बात पर पक्का
विश्वास हो कि उसे क्या चाहिए।’ आरबीआई चीफ ने भारत के चीन का मुकाबला करने
की स्थिति में पहुंचने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही।
उन्होंने कहा, मैं अकसर देखता हूं कि लोग चीन को कमतर आंकते हैं। निस्संदेह
चीन की अपनी कुछ समस्याएं हैं। लेकिन बीते तीन दशकों में चीन प्रति
व्यक्ति आय के मामले में 7.5 हजार डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।।
राजन
ने कहा कि मैं यह कहने वाला आखिरी व्यक्ति होऊंगा कि हमें भी उस रास्ते पर
चलने की जरूरत है, जिस पर वे चले हैं। आरबीआई गवर्नर ने कहा, हम नहीं चल
सकते क्योंकि वह पहले ही इस रास्ते पर है। वह वहां पहले से ही हैं और आगे
का रास्ता खुला नहीं है। किसी ने पहले ही उस रास्ते को घेर रखा है।
राजन
ने कहा, हम निश्चित तौर पर चीन से प्रेरणा ले सकते हैं, ऐसा संभव है। अभी
हम उस स्थिति में हैं, जहां चीन 1990 के आखिर या 2000 के दशक की शुरुआत में
था। उम्मीद है कि 10 से 15 साल बाद हम उस स्तर पर होंगे, जहां चीन आज है।
गवर्नर ने कहा कि मैं इस बारे में भविष्यवाणी नहीं करूंगा कि हम चीन से
मुकाबले की स्थिति में कब पहुंच पाएंगे, लेकिन उम्मीद है कि हम ऐसा कर
पाएंगे।