राजन के पद छोडऩे के फैसले का आदर करते हैं : निर्मला सीतारमण
Source : business.khaskhabar.com | Jun 21, 2016 | 

नई दिल्ली। वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन के किए गए काम की सराहना करती है और सितंबर में कार्यकाल समाप्त होने पर अकादमिक काम करने के लिए लौटने के निर्णय का आदर करती है।
निर्मला ने इंडियन वुमेन्स प्रेस कार्प की सदस्यों से यहां कहा, ‘‘हम आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने जो काम किए उसकी सराहना करते हैं। उन्होंने कहा है कि सितंबर में कार्यकाल समाप्त होने पर वह अकादमिक क्षेत्र में वापस लौटने जा रहे हैं। हम इसका आदर करते हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि किस चीज ने राजन को अपने सहयोगियों को पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया होगा, जिसमें उन्होंने अपने निर्णय की घोषणा ऐसे समय में की है जब वह अपने कार्यकाल के नवीनीकरण को लेकर विवादों के केंद्र में थे? इस पर सीतारमण ने कहा, ‘‘मैं इस अनुमान में कुछ भी नहीं जोडऩे जा रही हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके योगदान का आदर किया है। सरकार की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है और वित्त मंत्री ने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।’’
राजन के संभावित उत्तराधिकारी के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी। इसके लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
भारतीय उद्योग जगत ने रविवार को राजन के दूसरा कार्यकाल नहीं चाहने के निर्णय के बाद उनके ‘उत्कृष्ट योगदान’ को याद किया था। साथ ही उम्मीद जताई थी कि उनका कोई सक्षम विकल्प मिलेगा।
राजन वर्ष 2013 में ऐसे समय में आरबीआई के गवर्नर बने थे जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपना प्रोत्साहन कार्यक्रम रोकने के इरादे की घोषणा की थी और चालू खाता घाटे के बढऩे के डर से रुपये की कीमत डालर के मुकाबले गिरती जा रही थी।
कई उपाय करके राजन ने रुपये को स्थिर किया और निवेशकों को वापस लाने में सफल रहे।
24 साल में यह पहला अवसर होगा जब आरबीआई के गवर्नर तीन साल के पहले कार्यकाल के बाद विदा होंगे।
(IANS)