कैरीओवर स्टॉक अधिक होने से सिंघाड़े के भावों में गिरावट
Source : business.khaskhabar.com | Mar 12, 2024 | 

-:पिछले साल की तुलना में 40 रुपए प्रति किलो सस्ता बिक रहा कदमा सिंघाड़ा
जयपुर (रामबाबू सिंघल)। व्रत, त्योहार में प्रमुखता से काम आने वाले सिंघाड़े का कैरीओवर स्टॉक अधिक होने से इसकी कीमतों में इन दिनों मंदी का रुख बना हुआ है। वर्तमान में कदमा सिंघाड़ा जयपुर मंडी में 70 रुपए प्रति किलो के आसपास थोक में बिक रहा है। सिंघाड़े का पुराना स्टॉक भरपूर होने से नई फसल पर स्टॉकिस्ट भी पीछे हट गए हैं। उत्तर प्रदेश की कन्नौज, कानपुर, सीतापुर तथा उन्नाव आदि मंडियों में सिंघाड़े की नई फसल एक माह से आ रही है। उन्नाव एवं कन्नौज लाइन में लूज कदमा सिंघाड़ा थोक में 60 से 62 रुपए प्रति किलो बिकने के समाचार हैं। स्थानीय राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित श्री बालाजी ब्रोकर एजेंसी के पारूल चाचान ने बताया कि पिछले साल इन्हीं दिनों में कदमा सिंघाड़े का भाव 100 से 110 रुपए प्रति किलो चल रहा था। अपेक्षित डिमांड नहीं होने से कारोबारियों को इस बार सिंघाड़े में भारी नुकसान हुआ है। कुछ व्यापारी कमजोर फसल की हवा उड़ाकर सिंघाड़े में कृत्रिम तेजी लाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि इस बार अमृतसर, पठानकोट लाइन में कश्मीरी सिंघाड़ा कम आ रहा है।
पोषक तत्वों का खजाना है सिंघाड़ा-:
आयुर्वेद चिकित्सकों के अनुसार सिंघाड़े के सेवन से अस्थमा, मधुमेह और बवासीर के रोगियों को काफी फायदा मिलता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन्स और अन्य खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। भारत में सिंघाड़े की खेती सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात एवं छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में की जाती है। इन सभी प्रदेशों में सिंघाड़े का उत्पादन और खेती काफी प्रमुख है।
इस बीच भाव कम होने से उत्पादन केन्द्रों पर सिंघाड़े की किसानी आवक कम है। हालांकि महाशिवरात्रि पर सिंघाड़े की उपभोक्ता मांग बेहतर रही है। आगे भी नवरात्रि की मांग निकलने वाली है। इसे देखते हुए कीमतों में लंबी मंदी के आसार भी नहीं हैं।
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