मौद्रिक नीति को आगे पहुंचाने से विकास को बढ़ावा मिलेगा : मूडीज
Source : business.khaskhabar.com | Jun 08, 2016 |
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जहां मंगलवार को मौद्रिक नीति को जस का तस रखा, वहीं वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने कहा कि मौद्रिक नीति को आगे बढ़ाने से ही आर्थिक विकास और साख प्रोफाइल पर प्रभाव पड़ेगा।
मूडीज ने एक बयान में कहा कि मौद्रिक नीति को आगे पहुंचाया जाना कई कारकों पर निर्भर करेगा, जैसे कि महंगाई दर को कम रखने में मौद्रिक नीति ढांचे की प्रभावोत्पादकता की इस साल परीक्षा होगी।
संप्रभु जोखिम समूह की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मारी डायरॉन ने कहा, ‘‘आरबीआई ने आज कहा कि महंगाई दर का परिदृश्य अनिश्चित है। खासकर अनुकूल मौसम अनुमान के बावजूद भारत खाद्य कीमतों में वृद्धि की जोखिम से अप्रभावित नहीं रह सकता। लगातार तीसरे साल प्रतिकूल मौसम से महंगाई काफी बढ़ सकती है।’’
उनके मुताबिक, रुपये में हाल में हुए भारी अवमूल्यन से भी महंगाई का दबाव बढ़ सकता है।
यहीं नहीं, वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू किए जाने से संबंधित ब्योरे अभी भी स्पष्ट नहीं हैं। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का परिदृश्य स्पष्ट नहीं है और इसके ऊपर की तरफ बढऩे का जोखिम बना हुआ है। मूडीज ने यह भी कहा कि मौद्रिक नीति को आगे बढ़ाया जाना बैंकों खातों को साफ सुथरा बनाने के काम में होने वाली प्रगति पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन हमें नहीं लगता है कि बैंकों की कर्ज देने की इच्छा और कंपनियों की कर्ज लेने की इच्छा में विशेष बदलाव आएगा। आरबीआई की उदार नीति बनाए रखने से निकट भविष्य में विकास दर और ऋण विस्तार में तेजी आने की निकट भविष्य में संभावना नहीं दिखती।’’ (आईएएनएस)