सुपरफॉर्म ने दाहेज और झागड़िया इकाइयों के लिए ISCC प्लस प्रमाणन प्राप्त किया
Source : business.khaskhabar.com | Jun 24, 2025 | 
मुंबई। सुपरफॉर्म केमिस्ट्रीज़ लिमिटेड (ब्रांड नाम–SUPERFORM), जिसे पहले यूपीएल स्पेशियलिटी केमिकल्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, ने गुजरात के दाहेज और झागड़िया में अपनी विनिर्माण इकाइयों के लिए प्रतिष्ठित 'इंटरनेशनल सस्टेनेबिलिटी एंड कार्बन सर्टिफिकेशन (ISCC) प्लस प्रमाणन' प्राप्त कर लिया है। यह मान्यता संगठन की स्थायी विनिर्माण प्रथाओं और पर्यावरणीय प्रतिबद्धता को मजबूत करती है, जो आज के वैश्विक व्यापार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
यह प्रमाणन उन विशेष रसायनों के लिए प्रदान किया गया है, जिनमें क्लोर-आल्कली, फॉस्फोरस, सल्फर, सायनाइड और फॉस्जीन-आधारित रसायन शामिल हैं। इन सभी रसायनों का उत्पादन दोनों साइटों पर नवीकरणीय व अक्षय ऊर्जा-आधारित कच्चे माल (फीडस्टॉक्स) का उपयोग करके किया जाता है।
प्रमाणित उत्पादों की सूची काफी व्यापक है, जिसमें कास्टिक सोड़ा, क्लोरीन, हाइड्रोजन, फॉस्फोरस ट्राइक्लोराइड, डाइएथिल फॉस्फाइट, ट्राइएथिल फॉस्फाइट, ट्रिमिथाइल फॉस्फाइट, फॉस्फोरस ऑक्सीक्लोराइड, डीपीएमपी, सोडियम सल्फाइड, सोडियम हाइड्रोजन सल्फाइड, सोडियम सायनाइड, सायन्यूरिक क्लोराइड, फेनिल क्लोरोफॉर्मेट, मिथाइल क्लोरोफॉर्मेट, एथाइल क्लोरोफॉर्मेट, 2-एथाइल हेक्साइल क्लोरोफॉर्मेट और फेनिल आइसायनोनेट जैसे प्रमुख रसायन शामिल हैं। यह दर्शाता है कि सुपरफॉर्म अपने उत्पाद पोर्टफोलियो के एक बड़े हिस्से में स्थिरता के सिद्धांतों को लागू कर रहा है।
व्यावसायिक निहितार्थ और भविष्य की संभावनाएंः
सुपरफॉर्म की ब्रांड स्थिति को मजबूत करने के अलावा, यह ISCC प्लस मान्यता कई व्यावसायिक लाभ प्रदान करती है। यह लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं, उत्पादों की पूर्ण ट्रेसिबिलिटी, कार्बन फुटप्रिंट की निगरानी और स्थायी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के विकास के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। आज के कॉर्पोरेट जगत में, निवेशक, उपभोक्ता और नियामक सभी ऐसी कंपनियों की ओर देख रहे हैं जो पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन (ESG) मानकों का पालन करती हैं। यह प्रमाणन सुपरफॉर्म को इस दिशा में एक मजबूत दावेदार बनाता है।
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, सुपरफॉर्म के सीईओ राज तिवारी ने कहा, "हमें ISCC प्लस प्रमाणन प्राप्त होने पर गर्व है। यह स्थायी विनिर्माण के प्रति हमारे अडिग संकल्प का प्रतीक है।" उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि न केवल हितधारकों के साथ कंपनी की विश्वसनीयता को मजबूत करती है, बल्कि उन्हें भविष्य के नियामक परिदृश्यों को नेविगेट करने और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार और ट्रेसेबल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने में भी सक्षम बनाती है।
तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रमाणन कंपनी को अपनी विनिर्माण इकाइयों में स्थायी प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे उद्योग के अग्रणी मानकों के साथ तालमेल बिठाया जा सकेगा और जिम्मेदार उत्पादन के नए मानक स्थापित होंगे।
ISCC प्लस फ्रेमवर्क का महत्वः
इंटरनेशनल सस्टेनेबिलिटी एंड कार्बन सर्टिफिकेशन (ISCC) एक विश्वसनीय और स्वतंत्र मल्टी-स्टेकहोल्डर प्रमाणन प्रणाली है। इसका मुख्य उद्देश्य स्थायी, वनों की कटाई-मुक्त और जलवायु-प्रतिरोधी आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा देना है। ISCC प्लस फ्रेमवर्क संगठनों को मजबूत स्थिरता रणनीतियों को लागू करने, पर्यावरण प्रदर्शन की निगरानी करने और कार्बन तथा संसाधनों के उपयोग को कम करने के लिए अनुकूलन करने में सहायता करता है।
सुपरफॉर्म का यह कदम ऐसे समय में आया है जब वैश्विक स्तर पर रासायनिक उद्योग पर अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने का दबाव बढ़ रहा है।
ISCC प्लस जैसे प्रमाणन न केवल कंपनियों को नियामक आवश्यकताओं का पालन करने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ भी प्रदान करते हैं, खासकर उन बाजारों में जहां उपभोक्ता और व्यावसायिक साझेदार स्थिरता को प्राथमिकता देते हैं। यह सुपरफॉर्म को एक जिम्मेदार और दूरदर्शी रासायनिक कंपनी के रूप में स्थापित करता है, जो भविष्य के विकास के लिए स्थिरता को अपनी रणनीति के केंद्र में रखती है।
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