ज्वैलर्स को राहुल का साथ,कहा- ये उत्पाद शुल्क नहीं, आपकी हत्या का प्रयास
Source : business.khaskhabar.com | Apr 06, 2016 | 

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को जंतर मंतर पहुंचे और
उत्पाद शुल्क बढाने के सरकार के फैसले के खिलाफ ज्वैलर्स के प्रदर्शन में
शामिल हुए। राहुल ने ज्वैलर्स से कहा कि वह यहां सिर्फ भाषण देने नहीं
बल्कि प्रदर्शन में उनके साथ खडे होने आए हैं।
अखिल भारतीय आभूषण
विक्रेता और स्वर्णकार परिसंघ की रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने केंद्र
सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल की आलोचना की और इसके लोगों का जिक्र करते
हुए कहा कि यह बब्बर शेर है जो छोटे कारोबारियों का गल घोंटना चाहता है।
उन्होंने कहा, यह केवल आपके ऊपर लगाया गया उत्पाद शुल्क नहीं है, यह आपकी
हत्या का प्रयास है। आपको मारा जा रहा है, लेकिन आपको क्यों मारा जा रहा
है! इससे किसको फायदा पहुंचेगा! कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सर्वप्रथम
इससे बडे उद्योगपतियों का फायदा होगा और दूसरा इससे उन लोगों को लाभ होगा
जो दबाव और ब्लैकमेल के रास्ते आपके फायदे में से पैसा निकालेंगे। यह बब्बर
शेर छह बडे उद्योगपतियों से सबद्ध है और वे आपका खून चूसना चाहते हैं और
दलाली के जरिए पैसा बनाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, लोग कहते हैं कि
कांग्रेस गरीबों, किसानों, मजदूरों की पार्टी है। लेकिन कांग्रेस सच में
किसकी पार्टी है, वह गांधी जी ने कहा था। गांधी जी ने कहा था कि देश में जो
सबसे कमजोर है, उसके फायदे के लिए काम करो, ये है कांग्रेस। बता दें कि
इससे पहले सरकार ने वर्ष 2012 में सोने पर उत्पाद शुल्क लगाया था, लेकिन
ज्वैलर्स के जोरदार विरोध के बाद उसे वापस लेना पडा था।
पीएम मोदी पर हमलाराहुल
ने मौके का फायदा उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मेक इन इंडिया
योजना पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, जब मोदी जी ने मेक इन इंडिया लोगो
रिलीज किया, तो मैंने सोचा कि इसमें बब्बर शेर क्यों है, चरखा क्यों नहीं,
जो मेक इन इंडिया के लिए गांधी जी का आइडिया था। मैंने अपने आपसे पूछा कि
बब्बर शेर के सिंबल के पीछे किसकी शक्ति है। बाद में मुझे अहसास हुआ कि मेक
इन इंडिया उद्योगपतियों की मदद करने के लिए शुरू किया गया है, न कि गरीबों
की मदद के लिए। बब्बर शेर के पीछे 5-10 उद्योगपतियों की शक्ति है। एक्साइज
के माध्यम से छोटे बिजनेसमैन का गला पकडने की कोशिश हो रही है।
आम बजट
में सोना, हीरा और अन्य कीमती रत्न जडित चांदी के आभूषणों पर एक फीसदी
एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के सरकार के ऐलान के बाद से ज्वैलर्स हडताल पर
हैं।