मुंबई। आईएलएंडएफएस द्वारा कर्ज चुकाने में नाकाम रहने के बाद पैदा हुए तरलता संकट के कारण गैर-बैंकिंग वित्तीय और हाउसिंग वित्तीय कंपयिनों ने सूक्ष्य, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (एमएसएमईज) को कर्ज देने से हाथ पीछे खींचने शुरू कर दिए हैं। मूडीज ने बुधवार को यह जानकारी दी। मूडीज ने कहा, "एचएफसीज और एनबीएफसीज द्वारा संपत्ति गिरवी रख दिए गए कर्जे (एलएपी) तथा परिसंपत्ति प्रबंधन में दिसंबर 2018 तक 8.3 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि इसके पिछले छह महीने में इसमें 15.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।"[@ गर्म पानी पीने के 8 कमाल के लाभ]
[@ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की टॉप-6 पारियां]
[@ सोना जीत सायना बोलीं- मैं आधे घंटे भी नहीं सो पाई, क्योंकि पापा...]