मामूली उलटफेर के साथ सरसों सीड के भाव स्थिर, भरतपुर मंडी में 5711 रुपए प्रति क्विंटल बिकी
Source : business.khaskhabar.com | Aug 16, 2024 |
- रामबाबू सिंघल -
जयपुर। सरसों की कीमतें इन दिनों मामूली उलटफेर के साथ लगभग स्थिर बनी हुई हैं। हालांकि भारी बारिश के चलते मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घट गई है। देश भर की उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शुक्रवार को 2 लाख 65 हजार बोरी बताई गई। जयपुर मंडी में सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव मामूली उछलकर 6075 से 6100 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए।
उधर, भरतपुर स्थित कृष्णा ब्रोकर्स के हरीश गोयल ने बताया कि भरतपुर मंडी में सरसों 42 फीसदी तेल कंडीशन के भाव 5711 रुपए प्रति क्विंटल रहे। पूर्व दिवस के मुकाबले सरसों सीड में मामूली तेजी देखी गई। वर्तमान में सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है।
लूज सरसों एमएसपी के बराबर अथवा नीचे बिक रही है। नेफैड एवं अन्य संस्थाओं ने सरसों की मुख्य खरीद मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से की है।
कृषि मंत्रालय ने पिछले दिनों चालू सीजन में पीएसएस के तहत तिलहन किस्म की 2.84 मीट्रिक टन या उत्पादन का 25 फीसदी खरीदने की मंजूरी दी थी। जो कि 15 जुलाई तक ही पूरी करनी थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 एवं 2021 में किसानों को सरसों के लाभकारी मूल्य प्राप्त हुए हैं, जो कि एमएसपी से काफी ज्यादा थे। इन दिनों पिछले साल की तुलना में सरसों की कीमतें एमएसपी से नीचे चल रही हैं। क्योंकि वैश्विक कीमतों में नरमी के कारण खाद्य तेलों के आयात में बढ़ोतरी हुई है तथा सरकार ने आयात शुल्क में कटौती की है।
ज्ञात हो इसी साल फरवरी में सरकार ने घोषणा की थी कि बाजार में स्थिरता लाने के मकसद से एमएसपी पर किसानों से सीधे ही सरसों की खरीद की जाएगी।
खाद्य तेल उद्योग से जुड़ी एक प्रमुख संस्था सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपने पहले अनुमान में वर्ष 2023-24 सीजन के लिए सरसों सीड का उत्पादन रिकार्ड 12.08 मीट्रिक टन रहने का अनुमान लगाया है। जो कि पूर्व वर्ष की तुलना में 7 फीसदी अधिक है।
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