businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

दिवाली पर धारावी की गलियों से आए दीयों से जगमगाएगा मुंबई एयरपोर्ट

Source : business.khaskhabar.com | Oct 26, 2024 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 mumbai airport will be lit up with diyas from the streets of dharavi on diwali 679075मुंबई । इस साल दिवाली पर मुंबई एयरपोर्ट धारावी की गलियों से आए दीयों से जगमगाएगा। धारावी सोशल मिशन के तहत एयरपोर्ट को दस लाख दीयों से सजाया जाएगा।

 

धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) का उद्देश्य धारावी के लोगों के लिए रोजगार पैदा करना है। साथ ही, धारावी की गलियों की मुलायम मिट्टी के द्वारा हाथ से बने दीयों को एक अलग पहचान देना भी इसका उद्देश्य है।

धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (डीआरपीपीएल) की पहल धारावी सोशल मिशन ने इस दिवाली धारावी के कुंभारवाड़ा के लिए करीब दस लाख दीयों का ऑर्डर दिया है। इन दीयों का इस्तेमाल मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड अपने यात्री जुड़ाव कार्यक्रम के लिए और अदाणी फाउंडेशन त्योहारी सीजन के दौरान जागरूकता अभियान के लिए करेगा।

दस लाख हस्तनिर्मित दीये बनाने की इस पहल से करीब 500 कारीगरों और उनके सहयोगियों को लाभ मिला है। ये कारीगर कई पीढ़ियों की कला का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन लोगों के लिए यह सिर्फ काम का ऑर्डर नहीं है, यह जीवन रेखा है। यह उनके लिए गर्व का क्षण है, जहां उनकी विरासत को न सिर्फ संरक्षित किया जा रहा है, बल्कि बड़े पैमाने पर उसका जश्न भी मनाया जा रहा है।

कुंभारवाड़ा पॉटर्स एसोसिएशन के सदस्य हनीफ गलवानी ने कहा, "यह अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है जिसे हमने प्राप्त किया है। डीआरपीपीएल के समर्थन ने हमें अपनी परंपराओं को जीवित रखने के लिए सशक्त बनाया है। यह सिर्फ दीये बेचने के बारे में नहीं है, यह विरासत को आगे बढ़ाने के बारे में है।"

उल्लेखनीय है कि प्रत्येक दीये के पीछे पीढ़ियों के बीच सहयोग की कहानी छिपी है, जहां युवा हाथ अनुभवी कारीगरों के साथ मिलकर काम करते हैं। धारावी की गलियों की मुलायम मिट्टी से लेकर शहर भर के घरों की चमक तक, ये दीये अपने साथ उस समुदाय का प्यार, कौशल और भावना लेकर चलते हैं, जो लंबे समय से मुंबई की धड़कन रही हैं।

यह पहल स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने और धारावी में पारंपरिक शिल्प कौशल को संरक्षित करने के लिए डीआरपीपीएल की एक बड़ी कोशिश है। ऐसे युग में जब मशीन से बने और आयातित सामान बाजार पर हावी हैं, हस्तनिर्मित मिट्टी के दीयों का यह बड़े पैमाने पर ऑर्डर भारतीय कारीगरों और उनकी कृतियों को बढ़ावा देता है।

डीआरपीपीएल के प्रवक्ता ने कहा, "धारावी उद्यमशीलता का प्रतीक है। इस तरह की पहलों के माध्यम से हम न केवल स्थानीय उद्योगों का समर्थन कर रहे हैं, बल्कि अपने समुदाय के ताने-बाने को भी मजबूत कर रहे हैं। धारावी के भीतर विकास, सहयोग और नवाचार की संभावना बहुत अधिक है। हालांकि यह तो बस एक शुरुआत है।"

धारावी सोशल मिशन (डीएनएम) डीआरपीपीएल की एक प्रमुख पहल है, जो सामाजिक, आर्थिक और बुनियादी ढांचे के आयामों को शामिल करते हुए धारावी निवासियों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। मिशन में धारावी के युवाओं, महिलाओं और वंचित समूहों पर विशेष जोर दिया गया है। इन प्रयासों का फोकस कौशल-आधारित रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और स्वच्छता, सामाजिक जुड़ाव और सामुदायिक कल्याण को बढ़ाना है।

डीएसएम समुदाय के जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाने, व्यक्तियों को सशक्त बनाने, स्थायी आजीविका बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे सभी के लिए एक उज्जवल और समावेशी भविष्य का निर्माण हो सके। उद्देश्य-उन्मुख मिशन एक आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र के लिए व्यक्तियों और समूहों की दीर्घकालिक और टिकाऊ, सामाजिक-आर्थिक क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में काम करने का प्रयास करता है।

--आईएएनएस

 

[@ ताबूत के अंदर मिले 3,000 साल पुराने फिंगरप्रिंट]


[@ ‘हवा-हवाई गर्ल’ ने राखी भाई से की हैं शादी, पहले से थी प्रेग्नेंट]


[@ मंदिर में ना करें ये गलतियां, वरना...]