मसालों का निर्यात 24 फीसदी बढ़ा
Source : business.khaskhabar.com | Jan 03, 2018 | 

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारतीय मसाले अपनी गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं और इसके कारण उनकी मांग में तेजी आती जा रही है। इस कारण सेअप्रैल-सितंबर 2017 के दौरान देश से कुल 8,850.53 करोड़ रुपये मूल्य के 5,57,525 टन मसालों एवं मसाला उत्पादों का निर्यात किया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 8,700.15 करोड़ रुपये के 4,50,700 टन मसालों का निर्यात हुआ था। इस तरह से मात्रा में 24 फीसदी की तथा मूल्य में दो फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
स्पाइसेस बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. ए. जयतिलक ने कहा कि भारतीय मसालों में मिर्च, जीरा, हल्दी, इलायची, लहसुन और मिंट उत्पाद सबसे ज्यादा मांग वाले हैं और वैश्विक बाजारों में गुणवत्ता वाले मसालों की बढ़ती मांग को ये मसाले पूरा करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, इन मसालों को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड की ओर से किए गए प्रयासों से भी निर्यात में काफी बढ़ोत्तरी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सबसे अधिक संतोषजनक बात यह है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में हो रहे उतार-चढ़ाव तथा दुनिया भर के देशों के कड़े खाद्य सुरक्षा नियमों के बावजूद भारतीय मसालों और मसाला उत्पादों का निर्यात निरंतर बढ़ रहा है।’’
मिर्च ने 2,125.90 करोड़ रुपये के मूल्य के 2,35,000 टन के निर्यात के साथ सबसे अधिक मांग वाले मसाले के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखी, जबकि पिछले वित वर्ष में इसका 1,65,022 टन निर्यात हुआ था। इस तरह इसकी मात्रा में 42 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है।
मिर्च के बाद जीरे का नंबर आता है, जिसका 1324.58 करोड़ रुपये मूल्य के 79,460 टन निर्यात हुआ है, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1,104.32 करोड़ रुपये मूल्य के 68,596 टन का निर्यात हुआ था। इस तरह मात्रा में 16 फीसदी और मूल्य में 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
अगला नंबर हल्दी का था, जिसका 547.63 करोड़ रुपये के 59,000 टन का निर्यात हुआ। हालांकि मिंट उत्पादों के मामले में 1317.40 करोड़ रुपये मूल्य के 11,280 टन का निर्यात हुआ, जबकि पिछले वित वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1,157.45 करोड़ रुपये के 10,850 टन का निर्यात हुआ था और इस तरह मात्रा में चार फीसदी और मूल्य में 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
अप्रैल-सितंबर 2016 की तुलना में छोटी इलायची, जीरा, लहसुन, हींग, इमली और अजवाइन, सरसों, सोआ और खसखस के निर्यात में मात्रा और मूल्य दोनों में वृद्धि दर्ज की गई। मूल्य वर्धित उत्पादों जैसे करी पाउडर, मिंट उत्पादों और मसाला-तेल और तैलीरालों की भी इस अवधि के दौरान मात्रा और मूल्य में वृद्धि हुई है।
बड़ी इलायची, मिर्च, अदरक, सौंफ और धनिया के निर्यात में मात्रा के संदर्भ में वृद्धि हुई है। अप्रैल-सितंबर 2017 के दौरान, 2,230 टन छोटी इलायची, जिसका मूल्य 248.71 करोड़ रुपया था, का निर्यात हुआ, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1,38.96 करोड़ रुपये के 1,624 टन का निर्यात किया गया था। इस तरह इसमें मात्रा में 37 फीसदी और मूल्य में 79 फीसदी वृद्धि हुई।
अप्रैल-सितंबर 2017 के दौरान, 27,040 टन लहसुन की कुल मात्रा का निर्यात किया गया, जिससे 188.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई, जबकि पिछले साल 127.62 करोड़ रुपये मूल्य के 15,337 टन का निर्यात किया गया था और इस तरह मात्रा में 76 फीसदी का और मूल्य में 48 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
मूल्यवर्धित उत्पादों के मामले में, करी पाउडर/पेस्ट का निर्यात पिछले वर्ष के 14,016 टन (278.40 करोड़ रुपये) के मुकाबले 348.88 करोड़ रुपये मूल्य के 17,030 टन का था और इस तरह मात्रा में 22 फीसदी तथा मूल्य में 25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
इस अवधि के दौरान कुल 8,800 टन मसाला-तेल और तैलीरालों का निर्यात हुआ, जिसका मूल्य 1332.22 करोड़ रुपया था, जबकि पिछले वर्ष 1237.06 करोड़ रुपये मूल्य के 6,617 टन का निर्यात हुआ था और इस तरह मात्रा में 33 फीसदी और मूल्य में आठ फीसदी की वृद्धि हुई।
(आईएएनएस)
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