नई दिल्ली। सरकार यदि एजीआर बकाए के जरिए 1.20 लाख करोड़ रुपये वसूलने में
कामयाब हो गई तो सरकार का राजकोषीय गणित बदल सकता है। इसके परिणामस्वरूप
मौजूदा वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटा घटकर जीडीपी का 3.5 प्रतिशत हो
जाएगा। एसबीआई ने एक शोध रपट में कहा है, "16 मार्च, 2020 (इस तिथि तक
दूरसंचार कंपनियों को अपना एजीआर बकाए का भुगतान करना है) के बाद राजकोषीय
गणित काफी बदल जाएगा। यदि हम मान लें कि सरकार एजीआर के जरिए 1.20 लाख
करोड़ रुपये वसूल लेती है तो वित्त वर्ष 2020 का राजकोषीय घाटा घटकर जीडीपी
का 3.5 प्रतिशत हो जाएगा।"[@ यहां सिर्फ एक बच्ची के लिए रोज आती है ट्रेन ]
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