मंडियों में नए तिल की आवक शुरू, कीमतों में आई गिरावट
Source : business.khaskhabar.com | Oct 21, 2024 | 
राजस्थान के उत्पादन केन्द्रों पर प्रतिदिन आ रहा 20 हजार कट्टे तिल
- रामबाबू सिंघल की रिपोर्ट -जयपुर। राजस्थान की मंडियों में नई तिल्ली की आवक शुरू हो गई है। गंगापुर सिटी, खेरली, नदबई, निवाई, दौसा, लालसोट, महुआ, मंडावर तथा खैरथल आदि मंडियों में प्रतिदिन 20 हजार कट्टा नया तिल उतर रहा है। आवक अभी और बढ़ने की संभावना है। जयपुर मंडी में तिल के भाव सोमवार को 110 से 120 रुपए प्रति किलो तक थोक में घटाकर बोले जा रहे थे।
जयपुर मंडी में प्रमुख ब्रोकर ब्रजमोहन साहू ने बताया कि फिलहाल तिल्ली में कोई तेजी की संभावना दिखाई नहीं दे रही है, क्योंकि डिमांड अभी कमजोर बनी हुई है। वैसे भी ब्राजील से तिल्ली का आयात हो रहा है। सर्दी शुरू होने पर तिल्ली में जरूर मजबूती बन सकती है। वर्तमान में तिल्ली ऊंचे भावों से 7-8 रुपए प्रति किलो मंदी बिक रही है। ज्ञात हो जब तक सर्दी की शुरूआत नहीं होगी, तिल्ली की डिमांड नहीं के बराबर चलती रहेगी।
जानकारों का कहना है कि बिजाई के समय बारिश में देरी के चलते फसल प्रभावित हुई थी। लिहाजा नई फसल पर तिल्ली की कीमतों में बहुत ज्यादा मंदी आने की संभावना नहीं है। देश के कई राज्यों में तिल्ली का उत्पादन होता है।
बुंदेलखंड इसका प्रमुख उत्पादन क्षेत्र है। चीन, कोरिया तथा अन्य यूरोपीय देशों में तिल्ली का सबसे ज्यादा निर्यात होता है।
भारत में मकर संक्रांति के मौके पर तिल्ली की खपत सबसे ज्यादा होती है। तिल्ली की नई फसल आते ही गजक एवं रेवड़ी का कारोबार शुरू हो जाता है। रेवड़ी में सफेद तिल का इस्तेमाल अधिक मात्रा में देखा जाता है। उल्लेखनीय है कि सफेद तिल में आइरन, कॉपर तथा विटामिन बी-6 पाया जाता है। यह फाइबर का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो कोलेस्ट्राल को कम करने में मदद करता है। तिल्ली के साथ-साथ मूंगफली की गजक भी अच्छी मात्रा में पसंद की जाती है।
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