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उत्पादक मंडियों में नए बिनौला की आवक शुरू, खल के भाव चढ़े

Source : business.khaskhabar.com | Oct 18, 2024 | businesskhaskhabar.com Commodity News Rss Feeds
 arrival of new cottonseed started in the producing markets prices of oil cake increased 677124जयपुर मंडी में बिनौला खल 3900 से 4250 रुपए प्रति क्विंटल बिकी 
- रामबाबू सिंघल की रिपोर्ट - 
जयपुर। देश की उत्पादक मंडियों में हालांकि नए बिनौला (कपास) की आवक प्रारंभ हो गई है। मगर बिनौला खल के भाव नीचे आने की बजाए 100 से 150 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचे हो गए हैं। जयपुर मंडी में शुक्रवार को बिनौला खल की कीमतें 3900 से 4250 रुपए प्रति क्विंटल पर तेज बोली जा रही थीं। यूं भी इन दिनों नए बिनौला में फिलहाल नमी ज्यादा आ रही है। 
सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि पिछले साल किसानों को अच्छी कीमतें न मिलने के कारण बिनौला की बिजाई में इस वर्ष कमी बताई जा रही है। गत वर्ष कपास की फसल में रोगों का अत्यधिक प्रकोप था, इस कारण भी इस बार कपास की बिजाई का स्तर बहुत नीचे आ गया है। फलस्वरूप इस साल बिनौला का उत्पादन कम होने की संभावना है। हालांकि पिछले माह से उत्तर भारत की हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की कुछ मंडियों में नए नरमा की खरीद शुरू हो गई है। 
पुरानी कपास की आवक भी मंडियों में बराबर हो रही है। इस बीच लाल तिल पपड़ी 3600 रुपए तथा डली 5300 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिरता लिए हुए हैं। उधर, लाल तिल्ली का एक्स कोलकाता भाव वर्तमान में 7500 रुपए प्रति क्विंटल बताया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में नई बंगाल तिल्ली की आवक जून-जुलाई में ही शुरू हो जाती है। उन भावों की तुलना में बंगाल तिल्ली की कीमतें वर्तमान में 500 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आ गई हैं। 
इस साल कपास की बिजाई में आई गिरावटः 
पिछले साल सरकार द्वारा कपास के अच्छे भाव नहीं मिलने और कपास में आई बीमारियों से परेशान किसानों ने अबकी बार कपास की बिजाई कम करके अपनी नाराजगी को जाहिर कर दिया। बीते साल किसानों को कपास की फसल में काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। जिसके कारण अबकी बार किसानों ने कपास की फसल में दिलचस्पी कम दिखाई है।

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