गुंटूर में आवक बढ़ी, लालमिर्च में 100 रुपए किलो तक की गिरावट
Source : business.khaskhabar.com | Mar 21, 2024 | 

जयपुर(रामबाबू सिंघल)। आंध्र प्रदेश की गुंटूर एवं आसपास की उत्पादक मंडियों में इन दिनों सवा लाख बोरी लालमिर्च की दैनिक आवक होने के समाचार हैं। आमद बढ़ने के साथ साथ स्टॉकिस्टों की लिवाली भी कमजोर बनी हुई है। इसे देखते हुए लालमिर्च की कीमतों में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में जयपुर मंडी में 334 मिर्च 180 से 190 रुपए तथा कश्मीरी डंडीकट 185 से 190 रुपए प्रति किलो पर घटाकर बेची जा रही थी। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित व्यापारियों ने बताया कि आवक को देखते हुए आगे मिर्च में तेजी के आसार नहीं लग रहे हैं। गौरतलब है कि मानसूनी बारिश की वजह से करीब दो सप्ताह की देरी के बाद पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में लालमिर्च की फसल शुरू होने में लगभग 15 से 20 दिनों की देरी हुई थी। इस बीच गुंटूर में 334 लालमिर्च 100 रुपए मंदी होकर 160 से 170 रुपए प्रति किलो के स्तर पर आ गई है।
आयातक देशों की डिमांड भी कमजोर
उधर बंग्लादेश जैसे परंपरागत आयातक देशों के साथ साथ घरेलू डिमांड का समर्थन भी कमजोर पड़ने से लालमिर्च में उल्लेखनीय मंदी आ गई है। स्टॉकिस्टों को उम्मीद है कि आने वाले समय में लालमिर्च में और नरमी आएगी। यही कारण है कि स्टॉकिस्ट नए सौदे करने से बच रहे हैं। आगामी दिनों में हाजिर में लालमिर्च में तेजी के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
गुंटूर मंडी में आवक बढ़ने से यातायात जाम
इस बीच आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंडी एशिया की सबसे बड़ी मिर्च की मंडी है। इसमें नई लालमिर्च की आवक होने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। कहा जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से करीब डेढ़ लाख बोरी मिर्च मार्केट में प्रतिदिन आ रही है। इससे पूरे शहर में जाम की स्थिति बनी हुई है। यही कारण है कि प्रशासन ने हर बुधवार को यार्ड बंद करने का फैसला लिया है।
कोल्ड स्टोरों में जगह नहीं
कर्नाटक् एवं वरंगल आदि मंडियों में मिर्च रखने का स्थान नहीं है। वर्तमान में सभी कोल्ड स्टोर फुल हो गए हैं। यही कारण है कि मिर्च में मंदी के चलते स्टॉकस्टों ने दूरी बना रखी है।
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