हल्दी पैदावार 50 फीसदी घटने का अनुमान, कीमतें 200 रुपए के पार संभव
Source : business.khaskhabar.com | May 29, 2024 | 

-:राजधानी मंडी में सांगली हल्दी होलसेल में 180 रुपए प्रति किलो पहुंची
जयपुर(रामबाबू सिंघल )। हल्दी उत्पादन में भारी कमी को देखते हुए हल्दी की कीमतों में वर्तमान में भारी तेजी आ चुकी है। थोक में 75 से 80 रुपए प्रति किलो बिकने वाली हल्दी सांगली एक से डेढ़ साल में 180 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है। 50 फीसदी कम पैदावार को देखते हुए हल्दी कभी भी 200 रुपए प्रति किलो के पार जा सकती है। स्थानीय राजधानी मंडी कूकरखेड़ा स्थित कारोबारी प्रकाश ओस्तवाल ने कहा कि पिछले पांच-छह सालों की स्टॉक में पड़ी हुई पुरानी हल्दी अब लगभग निपट चुकी है। हल्दी की फसल इस साल 50 फीसदी कम उत्पादन का अनुमान आ चुका है। नई हल्दी फरवरी के पहले सप्ताह में आएगी। बता दें हल्दी का कैरीओवर स्टॉक कई वर्षों से 25 लाख बोरी के करीब बचता आ रहा था, जो कि वर्तमान में केवल 5 लाख बोरी के आसपास रह गया है। इस तरह नई पुरानी को मिलाकर हल्दी की सकल उपलब्धि खपत की तुलना में आधे से भी कम है। यही कारण है कि हल्दी के भाव इस बार 200 रुपए प्रति किलो को पार कर सकते हैं।
पुराना स्टॉक मिलाकर हल्दी की कुल उपलब्धि 70 लाख बोरी
ध्यान रहे चालू वर्ष की हल्दी का दबाव किसी भी मंडी में नहीं बन पा रहा है। पुरानी हल्दी सम्पूर्ण रूप से पिसाई में जा चुकी है। हल्दी का पुराना स्टॉक वायदा में भी डिलीवरी के लिए बहुत कम बचा है। तथा आई हुई फसल मुश्किल से 65 लाख बोरी के करीब का अनुमान है। इसके अलावा हल्दी का पुराना स्टॉक 5 लाख बोरी मिलाकर कुल उपलब्धि 70 लाख बोरी बैठ रही है। जबकि हमारी घरेलू खपत एवं निर्यात मिलाकर हमें 1.35 करोड़ बोरी हल्दी की जरूरत है। जयपुर मंडी में पिसाई वाली हल्दी बुधवार को 160 से 168 रुपए प्रति किलो थोक में मजबूत बेची जा रही थी।
[@ सावधान! मोटापे से पेट के कैंसर का खतरा]
[@ गर्म पानी पीने के 8 कमाल के लाभ]
[@ इस गुफा का चमत्कार सुनकर रह जाएंगे दंग]