नई दिल्ली । खाद्य पदार्थ की ऊंची कीमतों, प्राइमरी आर्टिकल्स और निर्मित वस्तुओं की ज्यादा कीमतों ने भारत की सितंबर थोक मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) को तेज कर दिया है। नतीजतन, थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गई जो अगस्त में 0.16 प्रतिशत थी।[@ कभी-कभी गर्भावस्था भूल जाती हैं ये अभिनेत्री]
[@ एलियंस को ढूंढेगा यह टेलीस्कोप!]
[@ इन कार्यो को करने से आएगी घर में परेशानी]