दूसरी तिमाही में सुस्ती की संभावना:आईसीआरए
Source : business.khaskhabar.com | Nov 25, 2014 | 

नई दिल्ली। रेटिंग कंपनी आईसीआरए रिसर्च ने मंगलवार को मौजूदा कारोबारी साल में विकास दर 5.3 फीसदी से 5.5 फीसदी रहने की संभावना एक बार फिर से दोहराई लेकिन कहा कि 2014-15 की दूसरी तिमाही में कारोबारी गतिविधि में सुस्ती दर्ज की जा सकती है। इस सुस्ती का कारण नाकाफी खरीफ फसल, विनिर्माण क्षेत्र में सुस्ती और निर्यात में कमी है। दूसरी तिमाही में विकास पांच फीसदी रह सकती है, जो पहली तिमाही में 5.7 फीसदी थी। कंपनी 2014-15 में विकास दर के 5.3-5.5 फीसदी रहने की पुरानी संभावना पर कायम रही। इसी सप्ताह के आखिर में दूसरी तिमाही की विकास दर से संबंधित आंकडे सरकार जारी करने वाली है।
विकास दर 7-8 फीसदी जरूरी
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि रोजगार सृजन करने और मुद्रा में मजबूती लाने के लिए सालाना 7-8 फीसदी विकास दर हासिल करना जरूरी है। सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा रोजगार बढाने के लिए देश की विकास दर निश्चित रूप से सालाना 7-8 फीसदी होनी चाहिए। सिन्हा का यह बयान इस मायने में महत्वपूर्ण है कि कई रेटिंग एजेंसियों ने मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में विकास दर कम रहने की उम्मीद जताई है। एजेंसियों के मुताबिक विकास दर 5 फीसदी रह सकती है, जो प्रथम तिमाही में 5.7 फीसदी थी।