मेक इन इंडिया को बढ़ावा: मर्सिडीज-बेंज ने भारत में 2 लाख यूनिट उत्पादन का ऐतिहासिक आंकड़ा छुआ
Source : business.khaskhabar.com | Apr 16, 2025 | 
पुणे/जयपुर। लग्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज ने भारत में स्थानीय उत्पादन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए 2 लाख यूनिट्स का निर्माण पूरा कर लिया है। यह मील का पत्थर न केवल भारतीय बाजार में मर्सिडीज-बेंज की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है, बल्कि भारत के लग्जरी कार खंड की मजबूती को भी प्रमाणित करता है। कंपनी ने अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई में लगातार निवेश और उत्पादन अनुकूलन के माध्यम से यह मुकाम हासिल किया है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया, देश में 200,000 यात्री वाहनों को स्थानीय रूप से असेंबल करने वाला पहला लग्जरी कार ब्रांड बन गया है। यह उपलब्धि पुणे के चाकन स्थित प्लांट से कंपनी की इलेक्ट्रिक फ्लैगशिप एसयूवी, ईक्यूएस एसयूवी के उत्पादन के साथ हासिल हुई। उल्लेखनीय है कि कंपनी को पहली 50,000 यूनिट्स को असेंबल करने में 19 साल (1995-2014) लगे थे, जबकि शेष 150,000 यूनिट्स का उत्पादन महज एक दशक (2015-2025) में किया गया, जो उत्पादन में 470 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि को दर्शाता है।
मर्सिडीज-बेंज ग्रुप एजी के प्रबंधन बोर्ड के सदस्य डॉ. जॉर्ग बर्जर ने इस अवसर पर कहा कि यह उपलब्धि भारत की दीर्घकालिक विनिर्माण केंद्र बनने की क्षमता को दर्शाती है। मर्सिडीज इंडिया के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि कंपनी बढ़ती बाजार मांग को पूरा करने के लिए अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा में निवेश जारी रखेगी।
वित्तीय वर्ष 2025 में मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने 18,928 कारों की बिक्री दर्ज की, जो सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि है और कंपनी के इतिहास में एक वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक बिक्री का आंकड़ा है। इस दौरान नई ई-क्लास एलडब्ल्यूबी सबसे अधिक बिकने वाली कार रही। यह उपलब्धि 'मेक इन इंडिया' पहल को एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान करती है और भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र में वैश्विक कंपनियों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। मर्सिडीज-बेंज का यह मील का पत्थर देश में कुशल विनिर्माण क्षमताओं और लग्जरी वाहन बाजार की मजबूत मांग का प्रमाण है।
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