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शेयर बाजार : एफएंडओ परिपक्वता से उतार-चढ़ाव के आसार

Source : business.khaskhabar.com | Apr 26, 2015 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 Stock market volatility is likely to maturity FandOमुंबई। शेयर बाजारों में आगामी संक्षिप्त सप्ताह में वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदों की परिप`ता को लेकर उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है। अप्रैल माह का एफएंडओ सौदा गुरूवार, 30 अप्रैल को परिप` होगा। इसके अलावा 2014-15 के पूरे कारोबारी वर्ष के और चौथी तिमाही के कंपनी के परिणामों और संसद के बजट सत्र के शेष हिस्से की गतिविधियों का भी शेयर बाजारों पर प्रभाव रहेगा।

बाजार आगामी सप्ताह शुक्रवार एक मई को महाराष्ट्र दिवस के मौके पर बंद रहेंगे। आगामी सप्ताह में निवेशकों की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंक़डों, वैश्विक बाजारों के रूझान, डॉलर के मुकाबले रूपये की चाल और तेल की कीमतों पर बनी रहेगी। कंपनियों द्वारा चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा का दौर शुरू हो चुका है। इस दौरान खास-खास शेयरों में उनके परिणामों और भावी आय के अनुमानों के आधार पर विशेष गतिविधि देखी जा सकती है।

सोमवार को आईसीआईसीआई बैंक और मारूति, मंगलवार को भारती एयरटेल और आईडिया सेल्युलर, बुधवार को एचडीएफसी, टीवीएस मोटर कंपनी और सेसा स्टरलाईट, गुरूवार को एक्सिस बैंक और आईडीएफसी लिमिटेड और शुक्रवार को आईडीबीआई बैंक और अडाणी पोट्र्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन अपने तिमाही परिणामों की घोषणा करेंगी। देश के शेयर बाजारों में निवेशकों की निगाह आगामी सप्ताह में वाहन कंपनियों और तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के शेयरों पर टिकी रहेगी। सरकारी तेल विपणन कंपनियां आगामी सप्ताह तेल मूल्य की समीक्षा करेंगी। तेल कंपनियां हर महीने के बीच में और आखिर में गत दो सप्ताह में आयातित तेल की औसत कीमत के आधार पर तेल मूल्य की समीक्षा करती हैं।

वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी, क्योंकि महीने की पहली तारीख से ये कंपनियां पिछले महीने में हुई बिक्री के आंक़डे जारी करेंगी। अगले सप्ताह मंगवार 28 अप्रैल और बुधवार 29 अप्रैल को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति निर्मात्री समिति फेडरल ओपेन मार्केट कमिटी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक करेगी। निवेशकों की करीब एक दशक में पहली बार फेड द्वारा ब्याज दर बढ़ाने से संबंधित संकेतों पर निगाह लगी हुई है। ब्याज दर बढ़ने से भारत सहित अन्य उभरते देशों से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा पूंजी निकालने की उम्मीद है, जिससे बाजार में गिरावट आ सकती है।

IANS