2024 में लॉन्च हुए इन स्टार्टअप कंपनियों के आईपीओ ने निवेशकों को किया मालामाल
जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस लिमिटेड का आईपीओ नवंबर में आया था। इस आईपीओ का प्राइस बैंड 259 रुपये से लेकर 273 रुपये प्रति शेयर था। इसका पब्लिक इश्यू का साइज 1,114 करोड़ रुपये था। यह पब्लिक इश्यू नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 280 रुपये में लिस्ट हुआ था। यह शेयर 19 दिसंबर को 498 रुपये पर बंद हुआ था। अब तक यह शेयर निवेशकों को 82 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है।
देश में तेजी से बढ़ रहा विदेशी निवेश, साल 2014 से 2024 तक आया 689 अरब डॉलर का एफडीआई
डीपीआईआईटी के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से जून की अवधि में 16.17 अरब डॉलर का एफडीआई भारत में आया है, जो पिछले साल समान अवधि के आंकड़े 10.9 अरब डॉलर से 47.80 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में सबसे अधिक 3.9 अरब डॉलर का निवेश सिंगापुर से, 3.2 अरब डॉलर का निवेश मॉरीशस से, 2.4 अरब डॉलर का निवेश नीदरलैंड से, 1.5 अरब डॉलर का निवेश अमेरिका से, जापान से 629 मिलियन डॉलर, साइप्रस से 615 मिलियन डॉलर और यूएई से 555 मिलियन डॉलर निवेश आया था।
हरे निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, सेंसेक्स 459 अंक उछला
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को हरे निशान में खुला है। शुरुआती
कारोबार में पीएसयू बैंक और रियल्टी सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली।
SIP इनफ्लो पहली बार 25,000 करोड़ रुपए के पार, इक्विटी फंड्स में निवेश अक्टूबर में 41,887 करोड़ रुपये रहा
डेटा के मुताबिक, ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन अक्टूबर में अच्छा रहा है। यह लगातार 44वां महीना था, जब इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों में निवेश सकारात्मक रहा है। बीते महीने स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप तीनों ही कैटेगरी में मजबूत निवेश हुआ है। लार्ज-कैप फंड कैटेगरी में अक्टूबर में इनफ्लो मासिक आधार पर दोगुना होकर 3,452 करोड़ रुपये रहा है। मिडकैप फंड कैटेगरी में शुद्ध निवेश मासिक आधार पर 50 प्रतिशत बढ़कर 4,683 करोड़ रुपये रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 74,000 करोड़ रुपए घटा, एसबीआई, इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक का वैल्यूएशन बढ़ा
वहीं, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) को फायदा हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 74,563.37 करोड़ रुपए गिरकर 17,37,556.68 करोड़ रुपए रह गया है। भारती एयरटेल का मार्केट कैप 26,274 करोड़ रुपए कम होकर 8,94,024.60 करोड़ रुपए रह गया।