एसुस और विद्या संस्था की अनूठी पहल, 6000 से अधिक वंचित बच्चों को मिलेगा डिजिटल कौशल
Source : business.khaskhabar.com | Apr 28, 2025 | 
मुंबई। टेक्नोलॉजी दिग्गज एसुस ने विद्या संस्था के साथ मिलकर एक महत्वाकांक्षी डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस पहल के तहत पश्चिम भारत के पिछड़े इलाकों के 6000 से अधिक वंचित बच्चों और युवाओं को डिजिटल रूप से कुशल बनाया जाएगा, जिससे उनके भविष्य को नई दिशा मिल सकेगी।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कक्षा 1 से 10 तक के 6,130 बच्चों और युवाओं को इंटरैक्टिव और प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण विधियों के माध्यम से आवश्यक डिजिटल ज्ञान और कौशल प्रदान करना है।
यूनाइटेड नेशंस के डिजिटल लिटरेसी फ्रेमवर्क पर आधारित इस पाठ्यक्रम को बच्चों की उम्र के अनुसार विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इस पहल का पहला चरण मुंबई में शुरू होगा, जिसके बाद इसे गोवा और गुजरात में भी लागू किया जाएगा।
अपनी स्थापना के बाद से ही एसुस भारत में नई तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।
इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एसुस इंडिया ने विद्या संस्था के साथ साझेदारी की है ताकि डिजिटल खाई को कम किया जा सके। इस सहयोग के माध्यम से एसुस इंडिया और विद्या संस्था सीधे तौर पर 5,480 बच्चों और 650 युवाओं तक पहुंचेंगे, जिनमें से अधिकांश पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं और निम्न आय वर्ग के परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
चयनित स्कूलों में अत्याधुनिक डिजिटल लैब्स स्थापित की जाएंगी, जहां छात्रों को साप्ताहिक पाठ्यक्रम के माध्यम से कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी, डिजिटल स्टोरीटेलिंग, पोस्टर डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग (स्क्रैच और पायथन) और डिजिटल नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ाए जाएंगे। इस व्यापक शिक्षण का लक्ष्य बच्चों में रचनात्मक सोच, सहयोगात्मक कार्य और स्वयं सीखने की आदतों को प्रोत्साहित करना है।
युवाओं को इस साझेदारी के अंतर्गत डिजिटल और आईटी से संबंधित प्रमाणित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह प्रशिक्षण एनआईआईटी फाउंडेशन, नैसकॉम फ्यूचर स्किल्स प्राइम और स्किल इंडिया मिशन जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। इन पाठ्यक्रमों के साथ-साथ करियर मार्गदर्शन, अंग्रेजी संचार कौशल, नौकरी के लिए तैयारी और पूर्व छात्र सहायता भी प्रदान की जाएगी, जिससे शिक्षा से लेकर रोजगार तक का पूरा सफर सुगम हो सके।
यह कार्यक्रम न केवल डिजिटल और करियर कौशल प्रदान करता है, बल्कि इंटर्नशिप, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सहायता के माध्यम से भविष्य के लिए एक स्पष्ट मार्ग भी प्रशस्त करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत पर एसुस इंडिया के कंट्री हेड एरिक ओउ ने कहा, "एसुस का लक्ष्य केवल तकनीक प्रदान करना नहीं है, बल्कि इसके सही उपयोग को उन लोगों तक पहुंचाना है जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम वंचित समुदायों के बच्चों और युवाओं को वे डिजिटल कौशल प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं जो आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। एसुस के उपकरणों और विद्या के प्रभावी पाठ्यक्रम के माध्यम से, हम स्कूलों में डिजिटल लैब्स स्थापित कर रहे हैं ताकि आने वाली पीढ़ी को भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा सके।"
विद्या इंडिया की संस्थापक अध्यक्ष रश्मि मिश्रा ने कहा, "प्रत्येक बच्चे को सपने देखने, सीखने और डिजिटल दुनिया में आगे बढ़ने का अधिकार है। एसुस के साथ मिलकर, हम हजारों बच्चों के लिए नए रास्ते खोल रहे हैं, जिनमें से कई पहली बार स्कूल जाने वाले बच्चे हैं जो वंचित समुदायों से आते हैं। यह पहल केवल डिजिटल साक्षरता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उम्मीद, अवसर और सशक्तिकरण की कहानी है। हमें गर्व है कि हम एसुस के साथ मिलकर इन बच्चों के भविष्य को आकार देने में भागीदार बन रहे हैं।"
एसुस भारत न केवल डिजिटल पहुंच को बेहतर बना रहा है, बल्कि जरूरतमंद बच्चों और युवाओं के लिए शिक्षा, करियर और आत्मसम्मान के नए द्वार भी खोल रहा है। यह पहल समाज में अवसरों की समानता और सकारात्मक बदलाव लाने की एसुस इंडिया की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस कार्यक्रम से अप्रत्यक्ष रूप से 2,000 से अधिक समुदाय के लोगों को भी लाभ मिलेगा, जिससे एक मजबूत भविष्य की नींव रखी जा सकेगी।
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