ब्याज दरों में कटौती का सही समय : आनंद महिन्द्रा
Source : business.khaskhabar.com | Nov 05, 2014 | 

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक को अब आर्थिक वृद्धि को बढावा देने के लिए बयाज दरों में कटौती के बारे में सोचना चाहिए। यह बात महिन्द्रा एण्ड महिन्द्र समूह के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आनंद महिन्द्रा ने कही। उन्होंने अर्थव्यवस्था में सुधार आने की बात स्वीकार करते हुए कहा, रिजर्व बैंक के लिए ब्याज दरों में कटौती का यह सही समय हो सकता है।
उन्होंने कहा कि पिछले महीनों में मुद्रास्फीति उंची रहने की वजह से रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती नहीं कर पाया। अब जरूरत बदल गई है और आज समय की जरूरत आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने की है। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की दर सितंबर में पिछले पांच साल के निम्न स्तर 2.38 प्रतिशत पर आ गई जबकि खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर इस दौरान 6.46 प्रतिशत रही। उपभोक्ता मूल्यों पर आधारित इस नए सूचकांक के जनवरी 2012 में शुरू होने के बाद यह सबसे कम रही है।
महिन्द्रा ने कहा कि केन्द्र में नई सरकार के सत्ता संभालने के साथ ही न केवल धारणा में सुधार हुआ है बल्कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार द्वारा कई कदम उठाए जाने से अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिलने भी शुरू हो गए हैं। महिन्द्रा ने नई सरकार द्वारा आर्थिक सुधारों की दिशा में की गई हल्की सी शुरआत से दिखे उत्साह के बारे में कहा कि यही आगे चलकर बडे सुधार बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आप वृद्धि के स्पष्ट संकेत देखेंगे। महिन्द्रा ने कहा, हमें रातों-रात चमत्कार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए लेकिन यदि हम सही कदम उठाते रहे, लगातार विनियमन होता रहे और इसके साथ ही यदि ब्याज दरों में भी कुछ कटौती हो जाती है तो मेरा मानना है कि रोजाना सुधारों की एक छोटी खुराक से भी अगले साल की पहली तिमाही में आपको आर्थिक वृद्धि के स्पष्ट संकेत दिखाई देंगे। नई सरकार के सत्ता में आने के बाद उत्पाद शुल्क में कटौती जैसे कदमों की सराहना करते हुए महिन्द्रा ने कहा कि अब यह आटोमोबाइल उद्योग में करों को कम करने का समय है।