मोदी सरकार के कामकाज से उद्योग जगत में निराशाभरी बेचैनी!
Source : business.khaskhabar.com | Aug 08, 2015 | 

मुंबई। क्या उद्योग जगत मोदी सरकार के प्रदर्शन से नाखुश है या उसके प्रदर्शन को आशानुरूप नहीं मानती! शुक्रवार को दो बडे उद्योगपतियों के बयान तो ऎसा ही दर्शाते हैं जिसमें निराशा भरी बेचैनी झलकती है।
उद्योगपति आदि गोदरेज ने जहां अहम विधेयकों के संसद में लटक जाने पर चिंता जताई है वहीं सांसद-उद्योगपति राहुल बजाज ने कहा है कि मोदी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार अपनी छवि को खो रही है। संसद में गतिरोध के चलते कई महत्वपूर्ण विधेयकों के पारित नहीं हो सकने पर चिंता जताते हुए उद्योगपति आदि गोदरेज ने कहा कि जीएसटी विधेयक कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, लेकिन संशोधित विधेयक में कई कमजोरियां हैं।
संसद की कार्यवाही लगातार बाधित होने और सुधारों से जुडे कई विधेयकों के लंबित रहने को लेकर चिंतित गोदरेज समूह के चेयरमैन ने आशंका जताई कि यदि सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो जाता है तो भविष्य को लेकर कई तरह के सवालिया निशान लग जाएंगे। नरेंद्र मोदी के प्रशंसक उद्योगपति राहुल बजाज अब मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार के काम-काज से वह खुश नजर नहीं आ रहे। समाचार चैनल एनडीटीवी से उन्होंने कहा कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में ऎतिहासिक जीत से मोदी की छवि जैसी चमकी थी, उसे उनके नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार खो रही है।
पीएम मोदी की चुनावी जीत का हवाला देते हुए बजाज ने कहा,27 मई, 2014 को हमें एक सम्राट मिला था। दुनिया के बहुत कम ऎसे देश हैं जहां पिछले 20 से 30 सालों के इतिहास में ऎसी सफलता मिली हो। मैं इस सरकार के विरूद्ध नहीं हूं। लेकिन, सच्चाई यही है कि चमक फीकी पडती जा रही है। उन्होंने कहा कि वह वही कह रहे हैं जो हर आदमी बोल रहा है। बजाज ग्रुप के चेयरमैन 77 वर्षीय राहुल बजाज के मुताबिक, सरकार और खासकर पीएम मोदी के घटते इकबाल के सबूत पिछले कई चुनावों में सामने आए हैं। दिल्ली में यह दिखा, फिर पश्चिम बंगाल के निकाय चुनावों में यही सामने आया।
ब्लैक मनी पर सरकार की ओर से तीन महीने का कम्प्लायंस पीरियड तय करने पर बजाज ने कहा कि बिजनस कम्यूनिटी इस बात को लेकर चिंतित है कि सरकार ने ऎसा कोई प्रावधान नहीं किया है कि काला धन डिक्लेयर करने वाले को भविष्य में मुकदमेबाजी नहीं झेलनी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को काले धन की घोषणा के मामलों को करीब से मॉनिटर करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि टैक्स अधिकारी किसी को प्रताडित नहीं कर सकें। बजाज ने कहा कि उन्हें कानून तो़डने वाले किसी भी बिजनसमैन से कोई सहानुभूति नहीं है। लेकिन कानून के पीछे का पूरा दर्शन ही मामलों को सुलझाने का है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि स्पष्ट धारणा के साथ ड्राफ्टिंग (कंप्लायंस विंडो की) की गई है। मैं पूरे ग्रूप के लिए ऎसा नहीं कह सकता। जिसने भी यह किया उसके प्रति मेरी कोई सहानुभूति नहीं है, क्योंकि यह प्रतिशोध के लिए किया गया है। राहुल बजाज ने यहां तक कह दिया,यह नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं है।