मोदी का जाना भी नहीं आया काम, चीन में प्रोडक्शन करेगी टेस्ला मोटर्स
Source : business.khaskhabar.com | Oct 25, 2015 | 

वॉशिंगटन। सितंबर में सिलिकॉन वैली के दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी ने वहां ब़डी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए राजी करने की मुहिम चलाई। इन कंपनियों में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए दुनिया में मशहूर टेस्ला मोटर्स भी थी। मोदी ने न केवल टेस्ला मोटर्स के प्लांट का दौरा किया, बल्कि कंपनी के सीईओ एलन मस्क से भी मुलाकात की। लेकिन मोदी का सिलिकन वैली में स्थित कार निर्माता कंपनी टेस्ला मोटर्स के हेडक्वॉर्टर्स पर जाना भी कंपनी की भारत में दिलचस्पी पैदा नहीं कर पाया।
बल्कि, कंपनी के प्रमुख एलन मस्क ने खुलासा किया है कि वह चीन में अपनी कारों के उत्पादन के लिए बात कर रहे हैं और इस बारे में जल्द ही घोषणा की जा सकती है। चीनी मीडिया के मुताबिक, टेस्ला चीन में अगले तीन सालों में मॉडल एस लग्जरी सिडान कारों के उत्पादन पर काम कर सकता है। इन कारों की कीमत लगभग 70,000 डॉलर (लगभग 45 लाख रूपये) से शुरू होती है।
भारत भी चीन की ही तरह, या शायद उससे भी बदतर स्तर के प्रदूषण का समाना कर रहा है, लेकिन शायद देश के कठिन राजनीतिक और रेग्युलेटरी वातारण ने भारत में निवेश को लेकर टेस्ला की दिलचस्पी को खत्म कर दिया। हालांकि कंपनी में ब़डी संख्या में भारतीय मूल के लोग काम करते हैं, फिर भी कंपनी की नजर में भारत उत्पादन के लिहाज से एक आकर्षक जगह नहीं है।
ऎसा लगता है कि सरकार का मेक इन इंडिया कैंपेन कंपनी पर कुछ खास असर नहीं छोड पाया है। मोदी की यात्रा से पहले भी सूत्रों ने इस संवाददाता को बताया था कि कंपनी भारत में निर्माण के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखा रही है, हालांकि टेस्ला इस भारतीय नेता की यात्रा और कंपनी में उनकी दिलचस्पी से काफी सम्मानित महसूस कर रही थी।