देश की विकास दर 7.5 फीसदी रहेगी:फिच
Source : business.khaskhabar.com | Dec 07, 2015 |
मुंबई। देश के आर्थिक परिदृश्य को स्थिर रखते हुए वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने सोमवार को मौजूदा वित्तवर्ष में विकास दर 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि आर्थिक माहौल में सुधार के बाद भी इसमें कमजोरी बनी रहेगी।
वित्तवर्ष 2016-17 के लिए फिच ने आठ फीसदी विकास दर का अनुमान जताया। एजेंसी ने कहा कि बीबीबी नकारात्मक रेटिंग स्थिर परिदृश्य और मध्यावधि में विकास की प्रबल संभावना तथा अनुकूल बाहरी वित्तीयन उच्च सरकारी कर्ज, कमजोर संरचना तथा कठिन लेकिन सुधरते कारोबारी माहौल को संतुलित करेंगे। फिच ने कहा, संरचनागत सुधार को बेहतर संकेतक और उच्च विकास दर में बदलना वास्तविक कार्यान्वयन पर निर्भर करता है।
फिच ने कहा कि सरकार संरचनागत सुधार के पथ पर भले ही आगे बढ रही है, लेकिन उसे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे बडे सुधार करने में राज्यसभा में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। महंगाई के मोर्चे पर फिच ने कहा कि देश की महंगाई दर गत पांच वर्षो में औसत 7.9 फीसदी रही है, जबकि भारत के समान रेटिंग वाले कई अन्य देशों में औसत महंगाई दर 3.3 फीसदी रही है।
फिच ने हालांकि कहा कि बाहरी झटकों से भारत बेअसर नहीं रह सकता है, लेकिन कम चालू खाता घाटा और बेहतर विदेशी पूंजी भंडार से यह झटके झेल पाने में दूसरों से अधिक सक्षम है। इसी के साथ फिच ने कहा कि देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रवाह बेहतर हुआ है और देश की अर्थव्यवस्था में घरेलू खपत की अधिक भूमिका है तथा यह एशियाई आपूर्ति श्रंखला का हिस्सा नहीं है। फिच ने हालांकि 2019-20 तक बैसल-3 स्तर अपनाने के लिए आंतरिक स्त्रोतों से धन जुटाने में सरकारी बैंकों की अक्षमता को लेकर चिंता जताई।
(आईएएनएस)