काम से नाखुश स्नैपडील ने 200 कर्मचारियों को निकाला!
Source : business.khaskhabar.com | Feb 25, 2016 | 

नई दिल्ली। दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी स्त्रैपडील ने अपने करीब 200 कर्मचारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि वे या तो खुद को कंपनी के अनुरूप ढाल लें या फिर उन्हें नौकरी छोडनी पड सकती है। इन कर्मचारियों को 30 दिनों के प्रदर्शन मूल्यांकन कार्यक्रम में शामिल होने को कहा गया है, जिसके आधार पर कंपनी उनके किस्मत का फैसला करेगी। सूत्रों के मुताबिक कंपनी पर निवेशकों की ओर से प्रदर्शन सुधारने के लिए और प्रतिद्वंद्वी ई-कॉमर्स कंपनियों- फ्लिपकार्ट और अमेजॉन इंडिया से मुकाबला करते हुए शीर्ष पर बने रहने का भारी दबाव है।
यही वजह है कि गुडगांव मुख्यालय वाली कंपनी ने करीब 200 कर्मचारियों को मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल करने का निर्णय किया है, जिसे प्रदर्शन सुधार योजना (पीआईपी) कहा जाता है। सूत्रों के अनुसार पीआईपी के तहत कर्मचारियों के प्रदर्शन का 30 दिनों तक मूल्यांकन किया जाएगा और अगर संबंधित व्यक्ति इस दौरान तय मानदंड को पूरा करने में सक्षम नहीं हुआ तो उसे नौकरी छोडने या तबादले के लिए कहा जा सकता है। पिछले 6 माह में इन लोगों का प्रदर्शन न के बराबर रहा है। कंपनी से जु़डे एक सूत्र ने बताया कि यह पहला मौका है जब स्त्रैपडील इस तरह का मूल्यांकन कर रही है। कंपनी के आंतरिक मूल्यांकन के मुताबिक कुछ कर्मचारियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
कंपनी ने ऎसे 200 कर्मचारियों को चिह्नित किया है और उन्हें सुधार लाने को कहा है। कंपनी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वालों को कंपनी छोडऩे को कहा जाएगा। हालांकि अभी तक किसी को निकाला नहीं गया है। पीआईपी का स्त्रैपडील के कर्मचारियों पर प्रतिकूल असर प़डा है। सूत्रों ने कहा कि कुछ ने खुले तौर पर इसका विरोध करते हुए कहा कि यह नौकरी छोडऩे के लिए कहने का सीधा संकेत है जबकि कई लोगों ने पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कंपनी ने कहा कि कर्मचारी स्वेच्छा से नौकरी छोड रहे हैं और कंपनी की ओर से अब तक किसी को निकाला नहीं गया है।