एकल ब्रांड रिटेल मे नौ साल में सिर्फ 700 करोड की एफडीआई
Source : business.khaskhabar.com | July 19, 2015 | 

नई दिल्ली। देश के एकल ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की स्थिति काफी ठंडी रही है। नौ साल में इस क्षेत्र में मात्र 13.5 करोड डालर या 700 करोड रूपए का विदेशी निवेश आया है। वहीं दूसरी ओर बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एक प्रस्ताव के जरिए ही 14.03 करोड डॉलर या 850 करोड रूपए का विदेशी निवेश आया है। एक अधिकारी ने बताया कि 2006-07 से 2014-15 के दौरान एकल ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के करीब 80 प्रस्ताव मिले। इनमें ब्रूक्स ब्रदर, पैवर्स इंग्लैंड और बरबेरी इंटरनेशनल होल्डिंग्स के प्रस्ताव शामिल हैं।
सरकार ने इन सभी प्रस्तावों को मंजूरी दी है। फरवरी, 2006 में एकल ब्रांड खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी गई थी। जनवरी, 2012 में सरकार ने इस क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढाकर 100 प्रतिशत कर दी थी। इसमें स्वत: मंजूर मार्ग से 49 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है। इससे आगे सरकार की मंजूरी की जरूरत होती है।
उद्योग सूत्रों का कहना है कि अनिवार्य सोसिंüग व ब्रांडिंग जैसे मुद्दो से एकल ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई प्रभावित हो रहा है। कॉरपोरेट लॉ कंपनी शादरूल अमरचंद एंड मंगलदास के कर प्रमुख कृष्ण मल्होत्रा ने कहा, "इस क्षेत्र में सोसिंüग और ब्रांडिग के प्रावधानों को सरल करने की जरूरत है, तभी इसमें विदेशी निवेश बढ सकेगा।"