एसबीआई फिलहाल ब्याज दर नहीं घटाएगा
Source : business.khaskhabar.com | Aug 05, 2015 |
मुंबई| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को जहां प्रमुख दरें पुराने स्तर पर बरकरार रखी तथा वाणिज्यिक बैंकों से दरों में अतिरिक्त कटौती करने की अपील की, वहीं देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा कि निकट भविष्य में वह ब्याज दर नहीं घटाने वाला है। एसबीआई की अध्यक्ष अरुं धति भट्टाचार्य ने कहा, "बैंक द्वारा की जाने वाली दर कटौती कई बातों पर निर्भर करेगी, जिसमें ऋण में वृद्धि भी शामिल है।"
आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 7.25 फीसद पर बरकरार रखा और एक बार फिर से कहा है कि आगे ब्याज दरों में कटौती तभी होगी, जब वाणिज्यिक बैंक पहले की गई कटौती का लाभ ग्राहकों को पहुंचाएंगे।
राजन ने कहा, "जनवरी में की गई कटौती के बाद से बैंकों की औसत आधार ब्याज दर में लगभग 30 आधार अंकों की कटौती हुई, जो आरबीआई द्वारा की गई 75 आधार अंकों की कटौती का एक छोटा हिस्सा भर है।"
उन्होंने कहा, "2015-16 की तीसरी तिमाही में जब ऋण की मांग बढ़ेगी, तब बैंकों को दर घटाने में अधिक फायदा नजर आएगा, ताकि वे अधिकाधिक ऋण दे सकें।" उन्होंने कहा कि तरलता कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि सरकार ने बैंकों में अतिरिक्त निवेश का फैसला किया है।
भट्टाचार्य ने कहा कि रिजर्व बैंक ने जब रेपो दर 75 आधार अंक बढ़ाई थी, तब एसबीआई ने अपनी दर 30 फीसदी बढ़ाई थी और अब जब रिजर्व बैंक की दर 75 आधार अंक घटी है, तो एसबीआई ने भी 30 आधार अंक दर घटा दी है।
भारतीय उद्योग परिसंघ ने कहा कि ऋण की मांग कम है और कंपनियां और बैंक तनावग्रस्त संपत्ति से जूझ रहे हैं, ऐसे में दर घटाना निवेश चक्र को पटरी पर लाने के लिए वाजिब होता।
परिसंघ ने कहा, "परिसंघ को उम्मीद है कि अगली नीति समीक्षा में आरबीआई दरों में कटौती करेगा, क्योंकि तब तक महंगाई के परिदृश्य, मानसून की स्थिति और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति में स्पष्टता आ जाएगी।"