बाजार के मानकों को हिला सकती है रिलायंस जियो : अध्ययन
Source : business.khaskhabar.com | May 15, 2015 | 

नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज की ब्रॉडबैंड इकाई रिलायंस जियो इंफोकॉम ऎसी पेशकश से अपनी पारी शुरू कर सकती है, जो बाजार के स्थापित मानकों को हिलाकर रख सकती है। जल्द ही कंपनी उपभोक्ता संख्या और आय के लिहाज से 10 फीसदी बाजार पर काबिज हो सकती है। यह बात बर्नस्टीन रिसर्च की एक रिपोर्ट में कही गई। रिपोर्ट में कहा गया है, ""हमारी उम्मीद है कि रिलायंस जियो स्थापित मानकों को तहस-नहस कर देने वाले (डिसरप्टिव) ऑफर पेश करेगी, जिससे प्रमुख प्रतियोगी कंपनियों का विकास अवरूद्ध हो सकता है।""
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय दूरसंचार उद्योग में रिलायंस जियो के प्रवेश को लेकर सर्वाधिक चर्चा हो रही है। इसमें कहा गया है, ""ऎसे बाजार में जहां प्रतिस्पर्धा का दबाव अब घटना शुरू ही हुआ है, एक नए खिल़ाडी का प्रवेश को लेकर चिंता पैदा हो गई है।"" डिसरप्टिव प्रौद्योगिकी यानी स्थापित परंपरा को तहस-नहस कर देने वाली प्रौद्योगिकी।
इस शब्द को हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर क्लेटन एम क्रिस्टेंसन ने गढ़ा था। इसका एक उदाहरण कंप्यूटर है, जिसने टाइपराइटर का बाजार खत्म कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है, ""कंपनी अपने कारोबार का तेजी से विस्तार करते हुए 10 साल में 10 फीसदी बाजार हिस्सेदारी और उद्योग की नौ फीसदी आय पर काबिज हो सकती है।""