देश के विकास का अगला इंजन बनेगा भारतीय रेलवे
Source : business.khaskhabar.com | Oct 19, 2015 |
मुंबई। भारतीय रेलवे के विकास एवं सुधार पर सरकार द्वारा ध्यान दिए जाने से रेलवे को अगले दशक में देश की अर्थव्यवस्था के लिए विकास का इंजन बनने में मदद मिलेगी। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। अग्रणी ब्रोकरेज फर्म जे.एम. फाइनेंशियल ने भारतीय रेलवे पर केन्द्रित अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस क्षेत्र में भारी निवेश से देश की जीडीपी पर 5.73 प्रतिशत का प्रभाव पडने की संभावना है। पिछले एक दशक में सरकार ने जीडीपी का केवल 0.3 से 0.5 प्रतिशत रेलवे में पूंजी निवेश किया है, जबकि सडकों के लिए अपेक्षाकृत अधिक धन आबंटित किया जाता रहा है।
केन्द्रीय सडक कोष कानून द्वारा अधिकृत डीजल उपकर के संग्रह से यह और भी स्पष्ट हो जाता है। जहां रेलवे को इस कोष में सालाना जमा होने वाली कुल रकम का 12.5 प्रतिशत मिलता है, सडक को 50 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलती है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीति सरकार ने रेलवे को देश के विकास के लिए एक बडे उत्प्रेरक के तौर पर चुना और अगले पांच साल में 8,500 अरब रूपए का कुल निवेश इस क्षेत्र में किया जाना है जोकि पिछले पांच साल का 3.3 गुना है।
परियोजनाओं के क्रियान्वयन के मामले में रेलवे का ट्रैक रिकार्ड कमजोर रहा है जिसमें कई परियोजनाओं में विलंब के चलते लागत काफी बढ गई। पिछले 30 साल के दौरान मंजूर की गई 1,57,000 करोड रूपए मूल्य की 676 परियोजनाओं में से केवल 317 ही 2014 तक पूरी की जा सकी हैं। बाकी 359 परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण, लागत बढोतरी, अपर्याप्त कोष जैसे विभिन्न कारणों के चलते विलंब हुआ। इन शेष परियोजनाओं को इस समय 1,82,000 करोड रूपए के निवेश की दरकार है। गत 25 वषोंü में जहां रेलवे ने पटरी की लंबाई के लिहाज से अपने नेटवर्क में महज 7 प्रतिशत की वृद्धि की, वहीं सडकों की लंबाई दोगुनी से अधिक हो गई।