इस साल भी 5 फीसदी से नीचे रही आर्थिक वृद्धि दर
Source : business.khaskhabar.com | May 31, 2014 |
नई दिल्ली। देश की आर्थिक वृद्धि दर 2013-14 में 4.7 प्रतिशत रही। यह लगातार दूसरा साल है जब आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत से नीचे रही है। उद्योग जगत को अब केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी नई सरकार से स्थिति में बदलाव की उम्मीद है। बीते वित्त वर्ष (2013-14) के दौरान विनिर्माण और खनन क्षेत्र में गतिविधियां कमजोर रही। यही वजह है कि पूरे साल की वृद्धि दर जहां 4.7 प्रतिशत रही वहीं चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) के दौरान भी आर्थिक वृद्धि 4.6 प्रतिशत दर्ज की गई।
इससे पिछले वर्ष 2012-13 की आर्थिक वृद्धि 4.5 प्रतिशत और चौथी तिमाही की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही थी। उपलब्ध आंकडों के अनुसार करीब 25 साल बाद ऎसा हुआ है जब लगातार दो साल आर्थिक वृद्धि 5 प्रतिशत के आंकडे से नीचे रही है। इससे पहले 1984-85 से लेकर 1987-88 के दौरान आर्थिक वृद्धि 5 प्रतिशत से नीचे रही थी। केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी 2013-14 के आर्थिक वृद्धि के आंकडों के अनुसार चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रही जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 4.4 प्रतिशत थी। सीएसओ के इससे पहले जारी अग्रिम अनुमान में 2013-14 में आर्थिक वृद्धि 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।
इससे पहले 2012-13 में भी सरकार ने आर्थिक वृद्धि 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। सीएसओ ने 5 प्रतिशत वृद्धि के आंकडे जारी किए लेकिन पहले संशोधित अनुमान में यह घटकर 4.5 प्रतिशत रह गई। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी वृद्धि आंकडों पर जारी प्रतिक्रिया में कहा कि चुनाव बाद स्थिर सरकार के सत्ता संभालने से निवेशकों का विश्वास बढा और धारणा में सुधार हुआ है। इससे वृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा, लेकिन अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार लाने के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है।