एस्सार आयल ने रूसी रॉसनेफ्ट को हिस्सेदारी बेचने का किया समझौता
Source : business.khaskhabar.com | July 09, 2015 | 

नई दिल्ली। रूस की पेट्रोलियम कंपनी, रॉसनेफ्ट, एस्सार आयल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी जिसके पास भारत की दूसरी सबसे बडी रिफाइनरी है। यह बात रइया परिवार के नेतृत्व वाली कंपनी ने कही। एस्सार ने कहा "कंपनी ने एस्सार आयल लिमिटेड की 49 प्रतिशत इक्विटी पूंजी में रॉसनेफ्ट की हिस्सेदारी के लिए गैर-बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया।" कंपनी ने एक बयान में कहा कि प्रस्तावित हस्तांतरण सशर्त है और यह परिसंपत्तियों तथा देनदारियों की जांच, हस्तांतरण मूल्य, निश्चयात्मक हस्तांतरण दस्तावेज और आवश्यक मंजूरी मिलने पर निर्भर करेगा।
रूस के उफा में दोनों कंपनियों ने दीर्घकालिक कच्चा तेल आपूर्ति समझौते पर भी हस्ताक्षर हुआ जिसके तहत 10 साल की अवधि में सालाना एक करोड टन कच्चे तेल का आयात किया जाएगा। दोनों कंपनियों द्वारा दिसंबर 2014 में मुख्य शतोंü पर हुई सहमति के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। एस्सार आयल के बयान में कहा गया "एस्सार आयल, भारत में एक ही स्थान दूसरी सबसे बडी रिफाइनरी का परिचालन करती है और इसकी कच्चे तेल की मांग बहुत अधिक है जो मुख्य तौर पर आयात के जरिए पूरी होनी है।
रॉसनेफ्ट जैसी विशाल एकीकृत तेल कंपनी के साथ दीर्घकालिक कच्चा तेल आपूर्ति समझौते से कंपनी के आपूर्ति स्त्रोतों के विविधीकरण, भौगोलिक बाजार के विस्तार और आपूर्ति सुरक्षा बढाने में मदद मिलेगी।" कंपनी ने कहा कि इस अनुबंध से यह सुनिश्चित होगा कि वाडीनार संयंत्र को 10 साल के लिए सालाना एक करोड टन कच्चे तेल की आपूर्ति होगी। रिफाइनरी को परिचालन के संबंध में पर्याप्त लचीलापन मिलेगा ताकि वह अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार के मौकों का फायदा उठा सके। एस्सार आयल के चेयरमैन प्रशांत रइया ने उम्मीद जताई कि समझौतों से भारत और रूस के बीच पेट्रोलियम क्षेत्र में सहयोग को बढावा मिलेगा।