चीन में वृद्ध हो रही आबादी का विकास पर सीमित प्रभाव : विश्व बैंक
Source : business.khaskhabar.com | Dec 10, 2015 |
बीजिंग। चीन में तेजी से वृद्ध हो रही आबादी का अर्थव्यवस्था पर सीमित प्रभाव प़डेगा, क्योंकि भावी विकास में जनसांख्यिकी लाभांश का कम और उत्पादकता में होने वाली वृद्धि का अधिक योगदान होगा। यह बात बुधवार को विश्व बैंक ने कही।
विश्व बैंक की एक ताजा रिपोर्ट में चीन सहित पूर्वी एशिया तथा प्रशांत के देशों में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले वृद्ध आबादी का अनुपात इतिहास में सर्वाधिक तेजी से बढ़ रहा है। चीन में 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों का अनुपात 10 फीसदी से अधिक हो चुका है, जबकि वैश्विक मानक के मुताबिक किसी भी देश के लिए यह अनुपात सात फीसदी से अधिक होने पर उसे वृद्ध हो रहे समाज का दर्जा दे दिया जाता है।
बैंक के अर्थशाçस्त्रयों के मुताबिक इस क्षेत्र में वृद्ध लोगों के अनुपात में हो रही वृद्धि से विकास दर प्रभावित होगी और उनकी देखभाल पर सरकारी खर्च बढ़ेगा। बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री सुधीर शेट्टी ने इस क्षेत्र के देशों के बारे में कहा, ""आपको उत्पादकता पर ध्यान देने की जरूरत है।"" साल की प्रथम तीन तिमाहियों में चीन की विकास दर 6.9 फीसदी रही, जो गत छह साल का निचला स्तर है।
इसका एक कारण यह भी है कि कामकाजी जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है और श्रमिकों की मजदूरी बढ़ी है। बैंक के एक अन्य अर्थशास्त्री फिलिप ओकीफे की हालांकि अलग राय है। उन्होंने कहा कि कामकाजी लोगों की संख्या घटने के बावजूद श्रमिक अधिक शिक्षित हो रहे हैं और गत दो दशकों में चीन के सभी उम्र वर्ग में बचत करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। इसके कारण वृद्धि हो रही आबादी से होने वाले नकारात्मक प्रभाव की भरपाई हो जाएगी।