केयर्न इंडिया के साथ विलय करेगी वेदांता लिमिटेड
Source : business.khaskhabar.com | Jun 10, 2015 | 

नई दिल्ली। अरबपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाले समूह ने तेल कंपनी केयर्न इंडिया लिमिटेड का अपनी धातु एवं खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड के साथ विलय करने की योजना बनाई है। केयर्न इंडिया एक धन संपन्न कंपनी है और इस विलय का उद्देश्य वेदांता का रिण का बोझ घटाना है। वेदांता पर कर्ज का सकल बोझ 37,636 करोड रूपए है। ऋण का यह बोझ घटाने के लिए केयर्न इंडिया के पास पहले से पडी 16,870 करोड रूपए की नकदी और उसके द्वारा हर साल सृजित की जा रही 14,000 करोड रूपए से अधिक की नकद राशि का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केयर्न इंडिया के शेयरधारकों को वेदांता लिमिटेड के शेयर जारी किए जाएंगे। मामले से जुडे सूत्रों ने कहा कि दोनों कंपनियों के निदेशक मंडलों द्वारा जल्द ही विलय प्रस्ताव पर विचार किए जाने की संभावना है और यह सौदा अगले साल मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है।
लंदन शेयर बाजार में सूचीबद्ध वेदांता रिसोर्सेज ने नियामक को दी सूचना में बताया, "क्या केयर्न इंडिया के साथ सौदे पर आगे बढना चाहिए, इसे उल्टा अधिग्रहण के तौर पर विचार किए जाने की संभावना है।" उल्लेखनीय है कि वेदांता ने 2011 में केयर्न इंडिया में 8.67 अरब डॉलर में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी थी। गत 31 मार्च को विभिन्न इकाइयों के जरिए केयर्न इंडिया में वेदांता समूह की 59.9 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।