कैग ने की सीबीएफसी कार्यप्रणाली की आलोचना
Source : business.khaskhabar.com | July 07, 2015 | 

मुंबई। कैग की एक रिपोर्ट में सेंसर बोर्ड द्वारा वर्ष 2012-15 के दौरान कई शतोंü की अवहेलना के लिए और किसी कानून या प्रावधान पर ध्यान दिए बिना ही 172 "ए" श्रेणी की कई फिल्मों को "यूए" श्रेणी में डाले जाने तथा "यू" श्रेणी की 166 फिल्मों को "यूए" श्रेणी में डाले जाने की आलोचना की है। एक आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को दस्तावेजों से कथित छेडछाड और फिल्म प्रमाण पत्र जारी करते हुए पक्षपात करने के लिए अभ्यारोपित किया है। एक अक्टूबर 2013 से 31 मार्च 2015 तक की अवधि के लिए "सीबीएफसी, मुंबई द्वारा तैयार किए गए खाते की जांच रिपोर्ट" में कैग ने कई क्षेत्रों में चिंताजनक रूख अपनाने के लिए बोर्ड की आलोचना की। इन क्षेत्रों में ऎतिहासिक रिकॉडोंü के अधूरे डाटा-एंट्री का काम भी शामिल है, जबकि सीबीएफसी के कामकाज के डिजीटलीकरण में एक बडी रकम लगी है।