इस बार आम फलेगा कम, बिकेगा महंगा
				Source : business.khaskhabar.com | Jan 19, 2016 | 
 
				
रायपुर। इस वर्ष जनवरी का महीना बीतने को है, लेकिन आम के पे़ड में अब तक  बौर नहीं लगे हैं। इस कारण इस वर्ष आम के कम उत्पादन की संभावना है। आम  फलेगा कम, तो लाजिमी है, काफी महंगा बिकेगा।  नर्सरी विशेषज्ञों की मानें तो आम के पे़ड पर फल का उत्पाद सीएन  (कार्बोहाइड्रेट और नाइट्रोजन) अनुपात से तय होता है। इस वर्ष "एन" अनुपात  सक्रिय होने से आम उत्पादन की संभावना कम है और "सी" अनुपात सुसुप्तावस्था  में है, ऎसे में पे़ड पर फल व फूल के लिए अनुकूल प्रक्रिया नहीं चल रही है।  रायपुर के सहायक उद्यानिकी अधिकारी वी.के. गौतम और उद्यान अधीक्षक डी.एस.  कुशवाहा ने बताया कि आम के वृक्ष में फलों का लगना और पे़ड का विकास सीएन  अनुपात से तय होती है। 
पिछले वर्ष "सी" अनुपात सक्रिय होने से आम का  उत्पादन अच्छा हुआ था, लेकिन इस वर्ष "एन" अनुपात सक्रिय है, जिससे पे़डों  पर बौर नहीं दिख रहा है।  उन्होंने बताया कि कार्बोहाइड्रेट जिस वर्ष सक्रिय होते हैं, उस वर्ष फूल  और फल के लिए प्रक्रिया तेजी से होता है। यह प्रक्रिया इस वर्ष पे़ड पर  दिखाई नहीं दे रही है। "सी" अनुपात सुसुप्तावस्था में है, जबकि "एन" अनुपात  सक्रिय है, जिससे पे़ड में वनस्पति विकास तो हो रहा है, लेकिन फूल नहीं  फूट रहे हैं। यही वजह है कि इस साल आम के पे़डों में फल के उत्पादन कम होने  की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के बेंद्रानवा गांव में उद्यानिकी विभाग में आम की  नर्सरी है। यहां आम के 24 तरह के पे़ड हैं। अधिकांश पे़डों में इस वर्ष अब  तक बौर नहीं लगा है। इस वजह से नर्सरी विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि इस  वर्ष आम का उत्पादन कम होगा।  वहीं आम की नर्सरी लगाने वाले सलीम रोकç़डया, अशोक पवार व इंदल सिंह ने  बताया कि इस वर्ष उनके भी आम के पे़डों में अब तक बौर नहीं लगा है।