"सरल विमानन नियमों से एयर केरला संभव"
Source : business.khaskhabar.com | Oct 02, 2015 | 

तिरूवनंतपुरम। केंद्र सरकार यदि नागरिक उड्डयन नियमों में थो़डी उदारता बरते, तो केरल सरकार का सार्वजनिक-निजी साझेदारी के तहत विमानन कंपनी "एयर केरला" संचालित करने का सपना पूरा हो सकता है। यह बात शुक्रवार को केरल के एक व्यापारी ने कही।
जॉर्ज वी नेरीपरांबिल ने कहा, "पैसा कोई समस्या नहीं है। एक मात्र चीज, जो इस परियोजना में बाधक है, वह है केंद्र सरकार के नियम।" नेरीपरांबिल संयुक्त अरब अमीरात से अपना व्यापार चलाते हैं। वर्तमान नियमों के तहत अंतर्राष्ट्रीय उ़डानें संचालित करने के लिए जरूरी है कि कंपनी के पास देश में कम से कम पांच साल उ़डान संचालित करने का अनुभव हो और उसके पास कम से कम 20 विमान हो।
त्रिसूर के 61 वर्षीय व्यापारी ने कहा, "एयर केरला की सफलता में हमारी पूरी आस्था है। लोग निश्चित रूप से इसमें निवेश करेंगे। शुरू करने के लिए हमें सिर्फ सात विमान और राज्य के तीन हवाईअड्डों से सात मध्य पूर्व देशों के लिए उ़डान संचालित करने की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि कंपनी के लिए शेयर आवंटित कर पैसे जुटाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा, "इस राशि का उपयोग कर अंतर्राष्ट्रीय बाजार से काफी कम ब्याज दर पर अतिरिक्त राशि जुटाई जा सकती है। शुरूआत करने के लिए विमान किराये पर लिया जा सकता है।" नेरीपरांबिल और उनके परिवार की कोçच्चा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड में सर्वाधिक 14 फीसदी हिस्सेदारी है। यह सार्वजनिक-निजी साझेदारी पर बना देश का पहला हवाईअड्डा है।
(IANS)