businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

Review:सेंसेक्स,निफ्टी में1/2% से अधिक तेजी

Source : business.khaskhabar.com | Jun 04, 2016 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 weekly reviewsensex nifty up over half a percent 42053मुंबई। देश के शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में पिछले सप्ताह आधी फीसदी से अधिक तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.71 फीसदी यानी 189.43 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 26,843.03 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.79 फीसदी यानी 64.15 अंकों की तेजी के साथ 8,220.80 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में पिछले सप्ताह तेजी रही। टाटा मोटर्स (12.49 फीसदी), कोल इंडिया (9.81 फीसदी), अडाणी पोट्र्स (6.68 फीसदी), एक्सिस बैंक (5.79 फीसदी) और एनटीपीसी (5.58 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे सन फार्मा (10.57 फीसदी), भेल (8.00 फीसदी), गेल (2.45 फीसदी), ल्यूपिन (2.14 फीसदी) और सिप्ला (2.04 फीसदी)।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 0.42 फीसदी या 47.61 अंकों की तेजी के साथ 11,394.64 पर और स्मॉलकैप 0.34 फीसदी या 37.75 अंकों की तेजी के साथ 11,148.71 पर बंद हुआ।

गुरुवार 2 जून को मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दूसरे मानसून पूर्वानुमान में कहा कि इस साल जून-सितंबर में मानसून की बारिश औसत से अधिक होगी। पिछले लगातार दो साल मानसूनी बारिश औसत से कम रही है। आईएमडी ने कहा, ‘‘समग्र तौर पर देश में मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत का 106 फीसदी रह सकती है।’’

दूसरे अनुमान के मुताबिक देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत का 108 फीसदी और मध्य भारत और दक्षिण भारत में यह 113 फीसदी होगी। विभाग ने देश में जुलाई महीने की मानसूनी बारिश को 107 फीसदी के साथ औसत से अधिक रहने की संभावना जताई और अगस्त महीने के लिए सामान्य रहने की संभावना जताई। पूर्वोत्तर क्षेत्र में हालांकि मानसूनी बारिश 94 फीसदी के साथ औसत से कम रहने की संभावना है।

मंगलवार 31 मई जारी एक आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक प्रमुख आठ उद्योगों का उत्पादन अप्रैल में 8.5 फीसदी बढ़ा। यह दर मार्च में 6.4 फीसदी थी और एक साल पहले समान अवधि में नकारात्मक 0.2 फीसदी थी। इन आठ उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 38 फीसदी योगदान होता है।

मंगलवार को ही जारी एक अन्य सरकारी आंकड़े के मुताबिक देश की विकास दर 2015-16 में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सर्वाधिक 7.6 फीसदी रही। भारत ने जहां चीन को पीछे छोड़ दिया, वहीं देश के लिए भी यह दर पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है। बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में विकास दर 7.9 फीसदी रही।

आंकड़े के मुतााबिक वास्तविक प्रति व्यक्ति आय भी 6.2 फीसदी बढक़र 77,435 रुपये हो गई। बीते वित्त वर्ष में प्रथम तिमाही की विकास दर 7.5 फीसदी, दूसरी तिमाही की 7.6 फीसदी, तीसरी तिमाही की 7.2 फीसदी और चौथी तिमाही की 7.9 फीसदी रही।